वसुंधरा राजे को एक और झटका देंगे CM भजनलाल शर्मा? दिल्ली से आएगा चौंकाने वाला फैसला
राजस्थान में भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अटकलें तेज है। चर्चा है कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी एक बार चौंका सकती है। वसुंधरा राजे को झटका लग सकता है। क्योंकि यह माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार में भी बीजेपी नए चेहरों को मौका देकर चौंका सकती है। जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन को साधने के लिए पहली बार विधायक बने नेताओं को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। जबकि वरिष्ठ नेताओं को मौका नहीं दिया जाएगा। मंत्रिमंडल विस्तार में वसुंधरा राजे के समर्थकों को पूरी तरह से इग्नोर करने की खबरें है। जबकि राजे के धुर विरोधी माने जाने वाले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन लाल मेघवाल औऱ ओम बिरला के समर्थकों को जगह मिल सकती है। चर्चा है कि भजनलाल शर्मा के मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा। इसको लेकर राजभवन में तैयारियां शुरू हो गई है। मंगलवार या बुधवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। 15 से 17 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
वसुंधरा राजे को क्यों लगेगा झटका?
बीजेपी ने जिस तरह से सीएम पद को लेकर चौंकाया था उसके बाद से माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल में भी चौंकाने वाले नाम हो सकते हैं। बीजेपी नई पीढ़ी के नेताओं को मौका दे रही है। ऐसे में पार्टी के कई सीनियर नेताओं का मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना कम है। वसुंधरा राजे कैबिनेट में रहे पूर्व मंत्री इस बार चुनाव जीत गए है। चर्चा है कि इन्हें मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में पार्टी नए चेहरों को मौका दे सकती है। वहीं, जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन के लिए कुछ पुराने चेहरों को फिर से मौका दे सकती है।
सीनियर नेताओं की हो सकती है अनदेखी
उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस बार चौंकाने वाला फैसला लेते हुए कई सीनियर नेताओं को मैदान में उतारा। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्रियों को भी विधानसभा चुनाव का टिकट दिया था। चर्चा है कि महंत बालकनाथ को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। जबकि किरोड़ी लाल मीणा का पत्ता कट सकता है। उनके स्थान पर किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल में जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण को साधा जाएगा। इसके लिए हर लोकसभा सीट से एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है। कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल में युवाओं के साथ पुराने चेहरों का भी संतुलन होगा।