क्या AAP के साथ गठबंधन को लेकर दूर होगी कलह? पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने राहुल-खरगे के सामने रखी अपनी बात
पंजाब कांग्रेस के नेताओं की मंगलवार को दिल्ली में पार्टी हाईकमान के साथ एक अहम बैठक हुई. कांग्रेस मुख्यालय पर हुई इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ-साथ राहुल गांधी भी शामिल हुए. बैठक के दौरान आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की स्ट्रेटेजी, कार्यक्रम और चुनाव के मुद्दे पर चर्चा हुई. इसके साथ-साथ गठबंधन को लेकर भी सभी नेताओं ने हाईकमान के सामने अपनी बात रखी.
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद मोहम्मद सादिक और प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर राजा ने बैठक के बाद अलग-अलग बयान दिए. कांग्रेस सांसद ने कहा कि गठबंधन को लेकर आलाकमान का फैसला परसो आएगा जबकि प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई. सादिक ने कहा कि गठबंधन को लेकर हम पार्टी हाईकमान का फैसला मानेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने जानकारी दी है कि गठबंधन के फैसले की जानकारी गुरुवार को दे दी जाएगी.
सभी नेताओं ने हाईकमान के सामने रखी अपनी बात
वडिंग ने बताया कि बैठक के दौरान गठबंधन को लेकर सभी नेताओं ने पार्टी हाईकमान के सामने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि चुनाव की स्ट्रेटेजी पर भी चर्चा हुई. वडिंग के मुताबिक, बैठक में गठबंधन और सीट शेयरिंग पर कोई चर्चा नहीं हुई. उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना है, सभी ने अपने विचार रख दिए हैं.
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी हाईकमान की बैठक में पंजाब कांग्रेस नेता बिना कुछ बोले ही बाहर निकल गए. कांग्रेस आलाकमान के साथ पंजाब कांग्रेस के नेताओं की जारी बैठक के दौरान भी नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से अपने तीखे तेवर दिखाए हैं. सिद्धू ने कुछ दिनों पहले बठिंडा के मेहराज गांव में की गई अपनी रैली के भाषण के उस हिस्से को ट्वीट किया.
बैठक के बाद नवजोत सिंह सिद्धू का आया ट्वीट
भाषण के दौरान वो राजनेताओं पर आरोप लगा रहे हैं कि जो भी सत्ता में आता है वो बिजनेस में 75 फीसदी का हिस्सेदार बन जाता है जबकि दूसरे नेता 25 फीसदी के हिस्सेदार रहते हैं और इस तरह से मिलीभगत से राजनेताओं के कारोबार चलते रहते है. सिद्धू ने ट्वीट करते हुए कहा कि मनुष्य के चरित्र का पतन समझौतावादी कोने से उत्पन्न होता है, नैतिक मूल्यों से समझौता किए बिना कांग्रेस और पंजाब के लिए लड़ेंगे!
आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं कई नेता
दरअसल, पंजाब कांग्रेस के नेता आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में नहीं है. दूसरी ओर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी विपक्षी दलों के महागठबंधन इंडिया की हिस्सा हैं. साल 2022 में पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस सरकार को हराकर सरकार बनाई थी.