महिला सांसद ने इसी हफ्ते छोड़ा था कांग्रेस का साथ, अब बीजेपी ने दिया टिकट
रांची बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची शनिवार को जारी कर दी. इस सूची के अनुसार बीजेपी ने इसी हफ्ते सोमवार को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं सांसद गीता कोड़ा को बीजेपी ने चाईबासा से टिकट देने की घोषणा की है.
अब ऐसे में महज 5 दिन पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन करने वाली मधु कोड़ा चाईबासा से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी.
दरअसल झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी व पश्चिम सिंहभूम जिले की सांसद गीता कोड़ा पार्टी ने सोमवार को कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वो राज्य में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए गठबंधन से खुश नहीं थी इसलिए उन्होंने ऐसा किया. लेकिन बीजेपी का इस प्लान के पीछे खास मकसद है.
जानें कौन हैं मधु कोड़ा
बता दें, गीता कोड़ा के बीजेपी ज्वाइन करते ही मधु और गीता कोड़ा दोनों ट्रेंड करने लगे थे. ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि कोड़ा दंपती कौन हैं और इनका झारखंड की राजनीति में क्या रोल रहा है. मधु कोड़ा ने बतौर ठेका मजदूर मजदूरी भी की. फिर मजदूर यूनियन के नेता बने. कोड़ा के पिता रसिक एक खान में मजदूर थे. अपनी एक एकड़ जमीन पर वो खेती करते थे. खबरों के मुताबिक उनका सपना था कि उनका बेटा पुलिस में भर्ती हो और एक सम्मानजनक नौकरी करे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कोड़ा ने राजनीति का रूख किया और ऐसा किया कि महज तीन निर्दलीयों विधायकों के साथ मिलकर सरकार बना ली. 2006 में बाबूलाल मरांडी की सरकार अल्पमत में आने के बाद कांग्रेस की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन से मधु कोड़ा झारखण्ड के 5वें मुख्यमंत्री बने. इसके पहले वो बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा सरकार में दो बार मंत्री भी रह चुके हैं.
गीता कोड़ा ने कब रखा था राजनीति में कदम
2014 के मोदी लहर में चुनाव जीत लक्ष्मण गिलुवा पहली बार सांसद बने थे. उन्होंने 2014 में जय भारत समानता पार्टी से प्रत्याशी गीता कोड़ा को हराया था. 2014 में मोदी लहर के बावजूद गिलुवा को मात्र 26% वोट मिले थे. महागठबंधन का वोट शेयर मिला दें ताे यह 30% है. 2014 में जय भारत समानता पार्टी बनाकर गीता कोड़ा ने 18% वोट हासिल किए थे. मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा का जन्म 26 सितंबर 1983 में मेघहातु बुरु नाम के जिले में हुआ था. उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है. मधु कोड़ा से शादी करने के बाद वो काफी समय तक एक गृहणी बनकर ही रहीं. 2009 में जब मधु कोड़ा को भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाना पड़ा तब गीता कोड़ा ने राजनीति में कदम रखा. इस सीट से उनके पति मधु कोड़ा दो बार पहले भी जीत हासिल कर चुके थे.