महिलाएं जो चाहें पहनें, कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार ने कर दिया हिजाब बैन हटाने का ऐलान
कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने ऐलान कर दिया है कि जल्द ही हिजाब पर लगाया गया प्रतिबंध हटाया जाएगा। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने खुद इसका ऐलान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महिलाएं जो चाहें पहन सकती हैं। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर ऐलान करते हुए कहा कि भाजपा पहनावे और जाति के आधार पर समाज को बांटना चाहती है। लेकिन मैंने हिजाब बैन को वापस लेना का ऐलान किया है।
इससे पहले मैसूर में एक सभा को संबोधित करते हुए भी सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि अब हिजाप पर कोई प्रतिबंध नहीं है। महिलाएं जो चाहें पहन सकती हैं। उन्होंने कहा, मैंने प्रतिबंध को हटाने कानिर्देश दिया है। आप क्या खाना पसंद करते हैं या फिर क्या पहनना पसंद करते हैं। यह आपका मामला है। मैं इसमें क्यों रुकावट पैदा करूं? सिद्धारमैया ने कहा कि राज्य में लोग अपनी इच्छा से कपड़ने पहनने और खाने के लिए स्वतंत्र हैं।
ಪ್ರಧಾನಿ @narendramodi ಅವರ ಸಬ್ ಕಾ ಸಾಥ್-ಸಬ್ ಕಾ ವಿಕಾಸ್ ಎನ್ನುವುದು ಬೋಗಸ್. ಬಟ್ಟೆ, ಉಡುಪು, ಜಾತಿ, ಆಧಾರದ ಮೇಲೆ ಜನರನ್ನು ವಿಭಜಿಸುವ, ಸಮಾಜವನ್ನು ಒಡೆಯುವ ಕೆಲಸವನ್ನು @BJP4India ಮಾಡುತ್ತಿದೆ. ಹಿಜಾಬ್ ನಿಷೇಧವನ್ನು ವಾಪಾಸ್ ಪಡೆಯಲು ತಿಳಿಸಿದ್ದೇನೆ.#Hijab pic.twitter.com/EIHU5V7zas
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) December 22, 2023
बता दें कि साल 2022 में बीजेपी की बोम्मई सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद छात्राओं ने प्रद्र्शन शुरू किया। बाद में कर्नाटक हाई कोर्ट ने भी इस प्रतिबंध को बरकरार रखा और कहा कि इस्लाम में हिजाब को जरूरी नहीं बताया गया है। कोर्ट ने कहा था कि शैक्षणिक संस्थानों में यूनीफॉर्म कोड का पालन किया जाना चाहिए।
हाई कोर्ट के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा। शीर्ष न्यायालय में एक जज ने कहा था कि राज्य सरकार के पास यह अधिकार है कि वह स्कूलों में ड्रेस कोड लागू कर सके। वहीं दूसरे जज ने कहा था कि पहनावा पसंद का मामला है।