World Tourism Day की थीम ‘टूरिज्म एंड पीस’, भारत की इन जगहों पर मिलती है शांति
हर साल 27 सितंबर के दिन को विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है. ये दिन लोगों को पर्यटन का महत्व समझाने और इसके प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है. टूरिज्म का प्रति व्यक्ति से लेकर एक देश तक की आय तक में योगदान रहता है. साल 2024 की थीम टूरिज्म एंड पीस है. यहां हम आपको भारत की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस बार की थीम से मैच करती हैं. (Credit: Getty Images)वर्ल्ड टूरिज्म डे 2024 : वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन की स्थापना साल 1970 में की गई. इसके ठीक 10 साल बाद 1980 में 27 सितंबर के दिन पहली बार विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया. इस दिन को मनाए जाने का अहम उद्देश्य पर्यटन के महत्व को समझाना है. देखा जाए तो पर्यटन कई संस्कृतियों और जगहों को भी जोड़ता है. भारत की इन शांत जगहों को करें एक्सप्लोर. (Credit: Getty Images)गंगटोक, सिक्किम: पूर्वोत्तर भारत सबसे खूबसूरत हिस्सों में से एक है. यहां स्थित गंगटोक, सिक्किम की राजधानी है जो हिमालय की सुंदरता से घिरा हुआ है. यहां की हवा और हरियाली में एक अलग ही सुकून है. यहां आप काचंनजंगा पर्वत को देख सकते हैं. (Credit: Getty Images)काजीरंगा नेशनल पार्क, असम: यूनेस्को की हेरीटेज साइट में इसे शामिल किया गया है. यहां एक सींग वाले गैंडे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. सफारी के जरिए आप यहां के शांत माहौल को एंजॉय कर सकते हैं. इस जगह की नेचुरल ब्यूटी पलभर में दीवाना बनाती है. (Credit: Getty Images)शिलॉन्ग, मेघालय: इस जगह को शिलॉन्ग में ईस्ट ऑफ इंग्लैंड के नाम से भी जाना जाता है. हरे-भरे पहाड़ और खूबसूरत झरने वाले शिलॉन्ग में पहुंचने के बाद आप अलग ही दुनिया में चले जाते हैं. यहां लिविंग रूट ब्रिज और एलियास वॉटरफॉल देखने लायक जगह हैं. (Credit: Getty Images)मुन्नार, केरल: उत्तर भारत से भले ही ये जगह दूर है लेकिन इसकी नेचुरल ब्यूटी टूरिस्ट को अपनी ओर खींचती है. केरल में मौजूद मुन्नार को दक्षिण भारत का स्वर्ग तक पुकारा जाता है. यहां शांति के पल बिताने की बात ही कुछ और है. (Credit: Getty Images)