World Tourism Day क्यों मनाया जाता है? जानें क्या है इस बार की थीम
विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है. इसके जरिए पर्यटन के प्रति लोगों को जागरूक करने और इसमे योगदान देने के लिए प्रेरित किया जाता है. पर्यटन से विश्व भर में लोगों को अलग-अलग जगहों पर आर्थिक मदद मिलती है. इतना ही नहीं इससे किसी देश या राज्य की आर्थिक स्थिति में भी बढ़ावा मिलता है. इस दिन को मनाए जाने का अहम उद्देश्य पर्यटन के महत्व को समझाना है. साथ ही इसके सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक योगदान के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने की कोशिश की जाती है. देखा जाए तो पर्यटन कई संस्कृतियों और जगहों को भी जोड़ता है.
भारत के लिए भी पर्यटन काफी अहम है. आगरा में ताजमहल का दीदार करने के लिए आने वाले टूरिस्ट इस शहर की आय का एक बड़ा स्रोत है. अब इस बात से समझा जा सकता है कि टूरिज्म की अहमियत क्या है. इसी तरह भारत के कई हिस्से जैसे कश्मीर, मनाली, शिमला जैसे हिल स्टेशन तक यात्रियों से होने वाली कमाई पर निर्भर रहते हैं. न सिर्फ भारत बल्कि विश्व भर के कई देश हैं जहां सैलानियों से ही लोगों का घर चल पाता है. इसी कारण टूरिज्म को बढ़ावा देने और इसके महत्व को समझाने के लिए वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाया जाता है. चलिए आपको बताते हैं इसकी शुरुआत कब हुई और इसका क्या महत्व है?
कैसे हुई वर्ल्ड टूरिज्म डे की शुरुआत
साल 1970 में वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन की स्थापना हुई थी जिसे यूएनडब्ल्यूटीओ भी पुकारा जाता है. संगठन ने 10 साल बाद 1980 में विश्व पर्यटन दिवस मनाए जाने का फैसला लिया. संगठन ने अपनी स्थापना वाले दिन 27 सितंबर को ही विश्व पर्यटन दिवस के लिए चुना. तभी से हर साल 27 सितंबर के दिन वर्ल्ड टूरिज्म डे सेलिब्रेट किया जाता है. ये दिवस हमे पर्यटन के विकास को प्रोत्साहित करने के प्रति प्रेरित करता है. साथ ही ये दिन पर्यटन को समृद्धि के एक साथ के रूप में भी प्रस्तुत करता है.
क्या है वर्ल्ड टूरिज्म डे 2024 की थीम
इस साल 2024 में पर्यटन दिवस की थीम टूरिज्म और पीस यानी पर्यटन-शांति रखी गई है. बताते हैं कि इस थीम का उद्देश्य रोजगार पैदा करने को बढ़ाता देता है. इससे समावेश को बढ़ावा मिल सकता है. साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्थाएं भी मजबूत की जा सकती है. बता दें कि यूएनडब्ल्यूटीओ हर साल नई थीम निर्धारित करता है. इसके जरिए पर्यटन से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की जाती है.
भारत की इन जगहों पर मिलती है शांति
वैसे भारत की कुछ जगहें ऐसी हैं जो इस बार की वर्ल्ड टूरिज्म डे की थीम से मैच करती है. आपको यहां जाने के बाद असीम शांति मिलती है. इस लिस्ट में सबसे पहले नाम उत्तराखंड के चकराता का है. ये पहाड़ों से घिरी हुई एक शांत जगह है जिसकी खूबसूरती मन को मोह लेती है. वैसे आप शांति चाहते हैं तो बर्फ की चादर से ढक जाने वाले ओली का दीदार भी कर सकते हैं. भारत में कई ऐसी जगहें हैं जहां आपको खूबसूरती देखने के साथ शांति भी मिलती है.