World Vegetarian Day: वेजिटेरियन होने के फायदे हैं ढेरों तो जान लें क्या हैं नुकसान
हर साल 1 अक्टूबर को वर्ल्ड वेजिटेरियन डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन की शुरुआत 1977 में की गई थी. विश्व शाकाहारी दिवस मनाने के पीछे का मकसद वेजिटेरियन लाइफस्टाइल को बढ़ावा देना है. ये दिन जीवों को प्रति दया से जुड़ा हुआ है. नॉनवेजिटेरियन लोगों की कमी नहीं है, लेकिन अब शाकाहार अपनाने वालों की आबादी भी तेजी से बढ़ रही है. यहां तक कि लोग वेजिटेरियन से वीगन में भी बदल रहे हैं. इसमें लोग जीवों से मिलने वाले किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल नहीं करते हैं. आप भी अगर वेजिटेरियन हैं तो जान लें कि इसके कई फायदे हो सकते हैं, हालांकि इसके कुछ नुकसान भी हैं.
उत्तरी अमेरिकी वेजिटेरियन सोसायटी द्वारा शुरू किए गए वर्ल्ड वेजिटेरियन डे का उद्देयश्य नैतिक मानवीय भावों को समझाने, पर्यावरण और स्वास्थ के प्रति जागरुकता लाने साथ ही ज्यादा से ज्यादा शाकाहर अपनाने को जोर देना है. फिलहाल जान लेते हैं कि शाकाहारी होने के क्या-क्या फायदे होते हैं और क्या नुकसान हो सकते हैं.
दिल रहता है हेल्दी
नॉनवेजिटेरियन लोगों को मुकाबले वेजिटेरियन लोग सैचुरेटेड फैट कम लेते हैं, जिससे उनमें बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की संभावना कम रहती है और दिल हेल्दी रहता है. वहीं वेजिटेरियन फूड्स को खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है.
वेट लॉस में मिलती है हेल्प
वेजिटेरियन फूड्स में ज्यादा पैट नहीं होता है, इसलिए यह वेट को मेंटेन रखने में फायदेमंद रहता है. जबकि नॉनवेज लवर्स का वजन बढ़ने के चांस ज्यादा रहते हैं.
पाचन भी रहता है दुरुस्त
शाकाहारी खाना पचाने में ज्यादा आसान होता है और इसमें फाइबर भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जिससे पाचन तंत्र सही से काम कर पाता है और अपच, एसिडिटी, कब्ज होने की संभावना कम रहती है.
इन बातों का रखना चाहिए ध्यान
वेजिटेरियन फूड्स के कई फायदे हैं, लेकिन तभी जबकि आप डाइट को सही तरह से बैलेंस करें. आजकल का खानपान इतना बिगड़ चुका है. वेजिटेरियन लोगों के लिए भी ऑयली फूड्स और जंक फूड्स के ऑप्शन की भरमार रहती है.
ये होते हैं नुकसान
वेजिटेरियन लोग अगर सही डाइट न लें तो उनमें प्रोटीन, विटामिन बी12, ओमेगा 3, कैल्शिमय आदि पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे कई बार हेल्थ प्रॉब्लम होने लगती हैं. इसलिए अगर वेजिटेरियन हैं तो अच्छी डाइट पर ध्यान दें. जैसे हरी सब्जियों, मौसमी फलों, दूध व अन्य डेयरी प्रोडक्ट, अलग-अलग तरह के अनाज, मेवा, नट्स, बीज आदि को अपने आहार में शामिल करें.