Yoga For Health: ये 5 योगासन मेमोरी करेंगे तेज, स्ट्रेस की भी होगी छुट्टी
पश्चिमोत्तासन करने से रीढ़ की हड्डी में मजबूती आती है और पीठ व कंधों की मांसपेशियां भी लचीली बनती हैं. इस योगासन को करने से श्वसन क्षमता में सुधार होने के साथ ही स्ट्रेस, थकान, सिरदर्द जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है. ये आपके दिमाग को शांत करता है और फोकस बढ़ाने में मदद मिलती है.चाइल्ड पोज यानी बालासन का अभ्यास करना भी आपके ब्रेन के लिए फायदेमंद रहता है. तनाव, डिप्रेशन और नींद न आने जैसी समस्याओं में बालासन काफी आराम दिलाता है. इसके अलावा बालासन करने से कमर, पीठ, कंधों के दर्द से भी आराम मिलता है. ये योगासन हेयर फॉल की समस्या से निजात दिलाने में भी कारगर माना गया है.मांसपेशियों की स्ट्रेंथ और लचीलापन बढ़ाने के लिए सर्वांगासन करना बेहद फायदेमंद रहता है. इस आसन को करने से गर्दन, कंधों, कूल्हे, और रीढ़ में लचीलापन बढ़ता है. इस आसन के दौरान रक्त प्रवाह ऊपर की ओर होता है, जिससे मस्तिष्क को फायदा मिलता है. इसके अलावा आपके चेहरे की त्वचा और बाल भी स्वस्थ बनते हैं.चक्रासन वैसे तो काफी कठिन आसन है, लेकिन इसके फायदे भी कम नहीं हैं. इस आसन को करने से फेफड़े मजबूत होते हैं और हाथ, पैर, हिप, पेट और पीठ की मांसपेशियों की कोर मसल्स की हेल्दी स्ट्रेचिंग होती है, जिससे बॉडी फ्लैक्सिबल बनती है. ये आसन तनाव को कम करके एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है.अगर मेंटल हेल्थ में सुधार करना हो तो डेली योगा रूटीन में हलासन को भी शामिल करना चाहिए. इस योगासन को करने से तनाव से राहत मिलने के साथ ही संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली (सोचने-समझने और याद करने की क्षमता) में भी सुधार होता है. इस आसन को करने से मानसिक स्पष्टता बढ़ती है और आप किसी काम को बेहतर तरीके से कर पाते हैं.