दोस्तों के कारण भी आप हो सकते हैं लंग्स कैंसर के शिकार, 50-60% मामलों के लिए यही प्रमुख वजह
फेफड़ों के कैंसर, दुनियाभर में तेजी से बढ़ते कैंसर के मामलों में से एक हैं। अध्ययनों में पाया गया है कि इस प्रकार के कैंसर का सबसे ज्यादा जोखिम उन लोगों में होता है जो धूम्रपान करते हैं।
पर हालिया रिपोर्ट्स काफी चिंता बढ़ाने वाली हैं। इसमें कहा गया है कि नॉन स्मोकर्स यानी जिन लोगों ने कभी धूम्रपान नहीं किया है उनमें भी यह जोखिम तेजी से बढ़ रहा है।
इतना ही नहीं 50-60 फीसदी लंग्स कैंसर के मामले नॉन स्मोकर्स में रिपोर्ट किए जा रहे हैं। डॉक्टर्स ने चिंता जताते हुए सभी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, लंग्स कैंसर हर साल लाखों लोगों की मौत का कारण बनता है।
फेफड़ों के कैंसर को आमतौर पर दो मुख्य प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है- नॉन स्मॉल सेल कार्सिनोमा (एनएससीएलसी) और स्मॉल सेल कार्सिनोमा (एससीएलसी)। डॉक्टर कहते हैं, एनएससीएलसी का जोखिम अधिक देखा जा रहा है। अगर आप धूम्रपान नहीं भी करते हैं तो भी आपको कैंसर के इस जोखिम से पूरी तरह सुरक्षित नहीं माना जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन से कारण नॉन स्मोकर्स में इसका खतरा बढ़ा रहे हैं?