Zee-Sony Merger विवाद: जी एंटरटेनमेंट के शेयरों में लौटी रौनक, नए खुलासे से बढ़ेगी टेंशन!

एक दिन पहले की ऐतिहासिक गिरावट के बाद बुधवार को जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के शेयरों में रिकवरी आई। सप्ताह के तीसरे दिन यह शेयर 5% से ज्यादा चढ़कर 168 रुपये के भाव पर पहुंच गया। बता दें कि मंगलवार को सोनी से डील रद्द होने की खबर के बाद यह शेयर करीब 33 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ था। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट में अब यह दावा किया गया है कि जी एंटरटेनमेंट के प्रमोटर्स की कथित हेराफेरी की रकम 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की है। इस खबर से आने वाले दिनों में जी एंटरटेनमेंट के शेयरधारकों की मुसीबत बढ़ सकती है।

डील रद्द होने के बाद बिखरा शेयर
बीते मंगलवार को सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन के जी एंटरटेनमेंट के साथ 10 अरब अमेरिकी डॉलर के विलय समझौते को समाप्त करने की घोषणा के एक दिन बाद कंपनी के शेयर में गिरावट आई। बीएसई पर जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड का शेयर 32.73 प्रतिशत की गिरावट के साथ 155.90 रुपये पर बंद हुआ। एनएसई पर कंपनी का शेयर 30.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 160.90 रुपये के भाव पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंजों पर अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर 152.50 रुपये पर पहुंच गया था।

डील रद्द होने की वजह
कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट ने जी एंटरटेनमेंट के साथ 10 अरब अमेरिकी डॉलर के विलय समझौते को सोमवार समाप्त कर दिया है। विलय की गई इकाई का नेतृत्व कौन करेगा, इस बात पर गतिरोध के कारण यह फैसला किया गया। आपको बता दें कि कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट को पहले सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (एसपीएनआई) के नाम से जाना जाता था, जो सोनी ग्रुप का भारतीय कारोबार है। समूह ने इस समझौते को समाप्त करने के लिए जी को एक नोटिस भेजा और विलय समझौते की शर्तों का उल्लंघन करने के लिए समाप्ति शुल्क के रूप में नौ करोड़ डॉलर की मांग की। जी ने इस संबंध में शेयर बाजार को दी जानकारी में सोनी के सभी दावों का खंडन किया और कहा कि वह कानूनी मदद लेगी।

सुभाष चंद्रा का लेटर
इस बीच, CNBC-TV18 की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि जी एंटरटेनमेंट के प्रमोटर सुभाष चंद्रा ने पिछले हफ्ते 16 जनवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक लेटर लिखा था। इस लेटर में वित्त मंत्री से जी एंटरटेनमेंट के अल्पसंख्यक शेयरधारकों के हितों की रक्षा के लिए हस्तक्षेप की मांग की गई है। पत्र में आरोप लगाया गया था कि सोनी के साथ विलय को बाधित करने के प्रयास चल रहे हैं। चंद्रा ने अपने पत्र में सेबी की जांच में नोटिस भेजने की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं। सुभाष चंद्रा ने अपने पत्र में सेबी की वजह से डील के प्रभावित होने की आशंका जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इससे जी के अल्पसंख्यक शेयरधारकों को भारी वित्तीय नुकसान होगा।

1000 करोड़ रुपये की हेराफेरी
मीडिया रिपोर्ट में अब यह भी दावा किया जा रहा है कि जी एंटरटेनमेंट में कथित हेराफेरी की जांच के दौरान बड़े फ्रॉड का खुलासा हुआ है। दरअसल, बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) जी एंटरटेनमेंट के सुभाष चंद्रा और पुनीत गोयनका के खिलाफ फंड की हेराफेरी की जांच कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सेबी की जांच से पता चला है कि 800-1,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई है, जबकि पहले बताया गया आंकड़ा 200 करोड़ रुपये था।

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