दिमाग कहां था…अमेरिका से शर्मनाक हार के पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर बरसा ये पूर्व क्रिकेटर

पाकिस्तान की टीम को इंटरनेशनल क्रिकेट में लंबा अनुभव है. ये टीम 2009 में टी20 वर्ल्ड कप का चैंपियन भी रह चुकी है लेकिन अमेरिका के खिलाफ इस टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया, उसे देखकर हर कोई निराश है. फैंस को उम्मीद थी कि टी20 वर्ल्ड कप के पिछले एडिशन में फाइनल खेल चुकी उनकी टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ और बाबर आजम के खिलाड़ियों ने एक अनुभवहीन और पहली बार टी20 वर्ल्ड कप खेल रही अमेरिका से सामने दबाव में आकर घुटने टेक दिए. अब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स ने अमेरिका से मिली हार के बाद खिलाड़ियों को खूब खरी-खरी सुनाई है.
खेलने के तरीके पर उठाया सवाल
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली अमेरिका से मिली हार के बाद पूरी टीम पर बरस पड़े. ARY डिजिटल पर मैच की एनालिसिस करने के दौरान उन्होंने बाबर आजम की टीम पर सवाल खड़े किए. कंडिशन और पिच से ठीक से नहीं समझ पाने के कारण बासित अली ने यहां तक पूछ दिया कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों का दिमाग कहां रहता है. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाड़ियों के खेलने के तरीके पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि ज्यादातर बल्लेबाजों ने कंडिशन को ठीक ने नहीं समझा और जल्दी-जल्दी रन बनाने के चक्कर में खराब शॉट खेलकर आउट हो गए. बता दें कि बासित अली ने ही बाबर आजम को टी20 वर्ल्ड कप में 3 छक्के मारने का चैलेंज दिया था.

“آپ تو شروع کے 6 اوور میں ہی میچ ہار گئے تھے۔۔” سابق کرکٹر باسط علی قومی ٹیم کی کارکردگی پر برس پڑے#ARYNews #HLPJ #PAKvUSA #T20WorldCup pic.twitter.com/PKYxIESetW
— ARY NEWS (@ARYNEWSOFFICIAL) June 6, 2024

वसीम अकरम ने भी दिया रिएक्शन
पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज वसीम अकरम भी अपनी टीम के प्रदर्शन से नाराज दिखे. फील्डिंग और गेंदबाजी में ढेर सारी गलतियों को देखने के बाद कमेंट्री के दौरान उन्होंने कह दिया कि वो पाकिस्तान नहीं बल्कि अमेरिका को जीतते हुए देखना चाहते हैं. अकरम ने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को हर डिपार्टमेंट में पीछे छोड़ दिया है और जीत का हक रखते हैं.
क्यों बिफरे ये पाकिस्तानी दिग्गज?
पाकिस्तान की टीम इंटरनेशनल क्रिकेट में इतना लंबा अनुभव रखने के बावजूद किसी नए टीम की तरह खेल रही थी. पहले उनके बल्लेबाज पिच को ठीक से पढ़ नहीं पाए और जल्दी विकेट गंवा दिए. इसके अलावा उन्होंने बहुत धीमी बल्लेबाजी भी की. जब फील्डिंग और गेंदबाजी की बारी आई तो वो एक बार फिर फेल हो गए. गेंदबाजों ने सही लेंथ पर बॉलिंग नहीं की, जिससे वो विकेट नहीं चटका सके. वहीं फील्डिंग में तो इससे भी बुरा हाल था. कई बार फील्डर के हाथों से अमेरिकी बल्लेबाजों को एक को दो रन में तब्दील करते हुए देखा गया. वहीं डेथ ओवर्स में भी उन्होंने कई खराब गेंद फेंकी, जिससे मैच को गंवाना पड़ा.

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