भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित FTA डील को लेकर आया बड़ा अपडेट, क्या इस महीने लगेगी मुहर?

ब्रिटेन में नई सरकार के कार्यभार संभालने के साथ ही भारत और ब्रिटेन के सीनियर अधिकारी ने प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर बड़ी अपडेट दी है. उन्होंने कहा है कि इस पेंडिंग मुद्दे को सुलझाने और वार्ता को अंतिम रूप देने के लिए इस महीने अगले दौर की बैठक हो सकती है. एफटीए के लिए भारत-ब्रिटेन वार्ता जनवरी, 2022 में शुरू हुई थी. दोनों देशों में आम चुनाव के चलते चौदहवें दौर की बातचीत रुक गई थी.
अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्ष संपर्क में हैं और अगला दौर इसी महीने शुरू होगा. ब्रिटेन के नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की और कहा कि वह दोनों पक्षों के लिए लाभकारी एफटीए को पूरा करने के लिए तैयार हैं. दोनों नेताओं ने पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-ब्रिटेन एफटीए को शीघ्र पूरा करने की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की.
FTA को लेकर कही जा रही ये बात
भारत और ब्रिटेन बीते कुछ सालों से मुक्त व्यापार समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है. एक तरह से इस समझौते पर मुहर लगना ही बाकी रह गया है. हालांकि भारत के साथ एफटीए ब्रिटेन के दोनों दलों के ही मुख्य चुनावी एजेंडे में शामिल रहा है. ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी ने अपने घोषणापत्र में भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौता को अंतिम रूप देने और रक्षा एवं तकनीकी क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी को अधिक मजबूत बनाने की बात कही है.
स्कॉटलैंड के इलाके में पार्टी की ओर से कहा गया है कि वह अमेरिका में स्कॉच व्हिस्की पर टैरिफ को खत्म कराने के लिए काम करेगी. वहीं एफटीए के माध्यम से भारत में इस पर शुल्क दरों को कम कराने पर काम करेगी. कंजरवेटिव पार्टी की तरह ही कीर स्टार्मर और लेबर पार्टी भी भारत के साथ एफीए के पक्ष में नजर आते हैं. उन्होंने सरकार बनने के बाद भारत के साथ नई रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने का ऐलान किया है.
अभी तक भारत कर रहा इंतजार
ब्रिटेन में विपक्ष की ओर से शैडो मंत्री बनाने की परंपरा है. इस तरह लेबर पार्टी के उम्मीदवार और शैडो विदेश मंत्री डविड लैमी ने बीते दिनों चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि कई दिवाली आकर चली गईं, लेकिन अब तक इस समझौते पर सहमति नहीं बन सकी. कितने सारे बिजनेस को इसका इंतजार है. उन्होंने कहा कि वह भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और व्यापार मंत्री पीयूष गोयल को ये संदेश देना चाहते हैं कि लेबर पार्टी इस समझौते को करने के लिए तैयार है.वैसे भारत और ब्रिटेन के एफटीए की डेडलाइन 2022 की दिवाली थी. लेकिन इस पर अब तक अंतिम मुहर नहीं लग सकी है.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *