आप हारी नहीं, आपको हराया गया…विनेश फोगाट के संन्यास पर बोले बजरंग पुनिया

भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान कर दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर ये जानकारी दी. विनेश फोगाट के संन्यास पर पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि आप हारी नहीं हैं, आपको हराया गया है. विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्रम वर्ग के फाइनल में पहुंची थीं, लेकिन 100 ग्राम ज्यादा होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया. फोगाट के फाइनल में पहुंचने से भारत के लिए एक मेडल पक्का हो गया था. हालांकि अभी भी पद आने की उम्मीद जिंदा है, क्योंकि मामला कोर्ट में पहुंचा है. फैसला अगर विनेश के पक्ष में आता है तो भारत के खाते में सिल्वर मेडल आ जाएगा.
विनेश फोगाट ने कहा, मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई. माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी. विनेश फोगाट के इस पोस्ट पर बजरंग पुनिया ने कहा कि विनेश आप हारी नहीं, आपको हराया गया है. हमारे लिए सदैव आप विजेता ही रहेंगी. आप भारत की बेटी के साथ-साथ भारत का अभिमान भी हो.
कोर्ट में पहुंचा मामला
विनेश फोगाट ने अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ खेल पंचाट (कैस) में अपील की और मांग की कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए. ओलंपिक खेलों के दौरान या उद्घाटन समारोह से पहले 10 दिनों की अवधि के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी विवाद के मध्यस्थता द्वारा समाधान के लिए यहां खेल पंचाट के एक तदर्थ विभाग को स्थापित किया गया है. इस मामले की सुनवाई गुरुवार सुबह होगी. सेमीफाइनल में विनेश से हारने वाली क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमेन लोपेज ने फाइनल में उनकी जगह ली है.
क्या कहता है नियम?
युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के नियमों के अनुसार पहलवान को वजन कराने की अवधि में कई बार अपना वजन कराने का अधिकार होता है. नियम के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी पहली और दूसरी बार वजन कराने के समय उपस्थित नहीं होता या अयोग्य होता है तो उसे स्पर्धा से बाहर कर दिया जाएगा और वह आखिरी स्थान पर रहेगा. उसे कोई रैंक नहीं मिलेगी.
विनेश ने पहले ही मुकाबले में मौजूदा चैम्पियन युइ ससाकी को हराया था. उन्हें फाइनल में अमेरिका की सारा एन हिल्डब्रांट से खेलना था .भारतीय कुश्ती दल इस घटनाक्रम से मायूस है. विनेश ने ओलंपिक से पहले कहा था कि यह उनका आखिरी ओलंपिक है. भारत के राष्ट्रीय महिला कोच वीरेंदर दहिया ने कहा, हर किसी को लग रहा है मानो घर में कोई मर गया हो. हमें नहीं पता कि हमें क्या हुआ है. हर कोई सदमे में है.

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