एंटी करप्शन ब्यूरो का बड़ा एक्शन, दिल्ली सरकार से जुड़े घोटाले में FIR दर्ज
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सोमवार को दिल्ली सरकार से जुड़े घोटाले में केस दर्ज कर लिया है. यह मामला दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में सिक्योरिटी मुहैया कराने से जुड़ा हुआ है. एंटी करप्शन ब्यूरो ने सिक्योरिटी मुहैया करवाने वाली कंपनी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
कंपनी पर आरोप है कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है. इन प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों ने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर सिक्योरिटी कर्मियों के फर्जी बिलकर लगाकर सरकारी खजाने को लूटा है.
कई अस्पतलों में होती है गार्डों की तैनाती
सिक्योरिटी कंपनी के जरिए जीटीबी, राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, एसडीएन हॉस्पिटल, डॉक्टर भीम राव अस्पताल, हिन्दू राव हॉस्पिटल समेत कई अन्य सरकारी अस्पतालों में सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती होती है. इसके लिए दिल्ली सरकार की ओर से कंपनियों को भुगतान किया जाता है. सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती के लिए सरकार की ओर से बकायदा टेंडर निकाला जाता है. उसके बाद सिक्योरिटी कंपनियों को अस्पताल की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा जाता है. माना जा रहा है कि टेंडर जारी करने में गड़बड़ी की गई है.
सिक्योरिटी कंपनी के कर्मचारियों ने दी थी जानकारी
एसीबी के मुताबिक, इन्हीं प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी में काम करने वाले दो सुरक्षाकर्मी ने जांच एजेंसी को शिकायत की थी कि सिक्योरिटी एजेंसी दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ इस घोटाले में शामिल है. आरोप है कि एक ही सुरक्षाकर्मी को दिल्ली के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में तैनात दिखाकर सरकार से रकम वसूली जा रही है. कई अस्पतालों में सुरक्षाकर्मियों की गिनती ज्यादा बताकर फर्जी बिलों के भुगतान हुए.
अयोग्या उम्मीदवारों के भर्ती के आरोप
इसके अलावा अयोग्य उम्मीदवारों की भी भर्ती के आरोप लगे हैं. ईएसआई और भविष्य निधि के फर्जी दावे के आरोप लगे हैं. यहां तक सरकारी अस्पतालों में सुरक्षाकर्मी की नौकरी के नाम पर रिश्वत लेने के भी आरोप हैं. दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने सब कुछ जानते हुए भी प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनी के फर्जी बिलों को पास किया.