ओडिशा में BJD को तगड़ा झटका, नवीन पटनायक के करीबी वीके पांडियन ने राजनीति से लिया संन्यास

ओडिशा विधानसभा चुनाव में हार के बाद बीजेडी (BJD) नेता वीके पांडियन ने सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी है. ओडिशा में पांडियन की गिनती बीजेडी के मुखिया और दो बार के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी के रूप में होती है. इस बार के चुनाव में बीजेडी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. राज्य में बीजेडी की हार के लिए पांडियन की काफी आलोचना भी हो रही है.
वीके पांडियन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर अपने रिटायरमेंट का ऐलान किया है. पांडियन ने कहा, “मेरा बचपन से IAS बनने का सपना था और वे सच भी हुआ. आज से 12 साल पहले में नवीन पटनायक से जुड़ा और उनसे बहुत कुछ सीखा, उन्होंने अपने विजन को आगे बढ़ाने के लिए मेरे ऊपर भरोसा किया था.” पांडियन ने ये भी कहा कि मैंने राज्य की जनता के लिए बहुत मेहनत से काम किया है.
शपथ ग्रहण समारोह की तारीख में बदलाव
ओडिशा का शपथ ग्रहण समारोह में बदलाव ओडिशा में पहली भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह अब 10 जून से 12 जून के बीच होगा. पार्टी नेता जतिन मोहंती और विजयपाल सिंह तोमर ने रविवार को इसकी पुष्टि की है. मोहंती ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिजी होने के कारण शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित किया गया है. बता दें कि पीएम मोदी रविवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह में व्यस्त रहेंगे और अगले दिन पार्टी सांसदों से मुलाकात करेंगे. इसके अलावा, नवनिर्वाचित सदस्यों की पहली विधायक दल की बैठक अब 11 जून को निर्धारित की गई है. चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने कहा था कि ओडिशा की नई सरकार 11 जून को शपथ लेगी.
मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस बरकरार
ओडिशा में बीजेपी ने बिना किसी सीएम चेहरे के चुनाव लड़ा था. पीएम मोदी के नाम पर बीजेपी को चुनाव लड़ना फायदेमंद साबित हुआ और पार्टी ने राज्य की 147 सीटों में से 78 सीटों पर जीत दर्ज की. पार्टी की जीत के बाद भी अभी तक ये तय नहीं हो पाया है कि राज्य की कमान किसके हाथों में सौंपी जाएगी.
सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ भाजपा नेता और नवनिर्वाचित विधायक सुरेश पुजारी नई दिल्ली पहुंच चुके हैं, जिससे अटकलें लगाई जाने लगीं कि वे शीर्ष पद के मुख्य दावेदारों में से एक हो सकते हैं. पुजारी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में बरगढ़ सीट से जीत हासिल की थी, वे हाल ही में ब्रजराजनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते हैं. उनके समर्थकों का मानना है कि उन्हें केंद्रीय नेताओं के साथ चर्चा के लिए नई दिल्ली बुलाया गया था.
जबकि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व अभी तक सीएम पद के लिए किसी नेता पर अंतिम फैसला नहीं ले पाया है, ओडिशा पार्टी इकाई के अध्यक्ष मनमोहन सामल ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा कि स्पष्ट तस्वीर सामने आने के लिए दो दिन और इंतजार करें.

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