कब शुरू होगी मुकेश अंबानी की पहली ‘ड्रीम फैक्ट्री’? सामने आया प्लान
एशिया के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी और देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी पहली ‘ड्रीम फैक्ट्री’ की शुरुआत जल्दी करने जा रहे हैं. आप सोच रहे हैं कि आखिर मुकेश अंबानी की ऐसी कौन ड्रीम फैक्ट्री है, जो जल्द ही शुरू होने वाली है. तो आपको बता दें कि मुकेश अंबानी और उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड चालू वित्त वर्ष में अपनी पहली सौर गीगा-फैक्टरी चालू करने की योजना बना रही है. कंपनी वर्ष 2035 तक परिचालन से नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने के दिशा में बढ़ रही है.
क्या है प्लान
रिलायंस ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के पहले चरण को चालू करना और 2026 तक चरणबद्ध तरीके से इसे 20 गीगावाट तक बढ़ाना है. सौर गीगा-फैक्टरी में एक ही स्थान पर पीवी मॉड्यूल, सेल, वेफर्स और सिल्लियां, पॉलीसिलिकॉन और ग्लास का निर्माण होगा. कंपनी ने 2025 में मेगावाट स्तर पर सोडियम-आयन सेल उत्पादन का औद्योगिकीकरण करने और 2026 में पहली बार 50 मेगावाट घंटा (एमडब्ल्यूएच) प्रति वर्ष लिथियम बैटरी सेल बनाने का लक्ष्य भी तय किया है.
2021 में की थी अंबानी ने घोषणा
रिलायंस ने 2021 में घोषणा की थी कि वह वर्ष 2030 तक 100 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता पर आधारित एक नया ईंधन व्यवसाय तैयार करने के लिए तीन वर्षों में 10 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी. इस योजना के तहत गुजरात के जामनगर में नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण, बैटरी भंडारण, ईंधन सेल और हाइड्रोजन के निर्माण के लिए चार गीगा कारखाने स्थापित किए जाने हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि हमने ऐसे कारखाने स्थापित करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जो हमारे इंटीग्रेटिड सौर पीवी मैन्युफैक्चरिंग का हिस्सा होंगे.
कंपनी के शेयरों में गिरावट
अगर बात बीते एक हफ्ते की करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली थी. खास बात तो ये है कि बीते शुक्रवार को कंपनी के शेयर में 1.82 फीसदी यानी 52.80 रुपए की तेजी के साथ 2948.30 रुपए पर बंद हुए थे. अगर बात मार्केट कैप की बात करें तो देश की टॉप 10 कंपनियों में से रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे ज्यादा 33,930.56 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 20 लाख करोड़ रुपए से नीचे आ गए हैं. बीएसई के आंकड़ों के अनुसार कंपनी का मार्केट कैप 19,94,765.01 करोड़ रुपए हो गया है.