कितना होता है हवाई जहाज का माइलेज, पेट्रोल या डीजल कौन से फ्यूल से भरता है उड़ान?
आसमान में हवाई जहाज को उड़ते हुए आपने अक्सर देखा होगा. बहुत से लोग हवाई जहाज में बैठे भी होंगे. लेकिन शायद ही किसी को पता हो कि हवाई जहाज कितने किमी का माइलेज देता है. पेट्रोल-डीजल फोर व्हीलर और टू-व्हीलर के माइलेज के बारे में तो आपको सब पता ही होगा. ऐसे में हम आपके लिए हवाई जहाज के माइलेज की जानकारी लेकर आए हैं.
इसके साथ ही हम आपको बताएंगे कि हवाई जहाज पेट्रोल से उड़ता है या फिर डीजल से उड़ता है. अगर ये दोनों ही फ्यूल यूज नहीं होते हैं तो फिर हवाई जहाज को उड़ाने में कौन सा फ्यूल इस्तेमाल किया जाता है.
हवाई जहाज में पेट्रोल-डीजल का इस्तेमाल?
अगर आप सोच रहे हैं कि हवाई जहाज को उड़ाने के लिए कार और बाइक में यूज होने वाला पेट्रोल और डीजल यूज किया जाता है तो आप गलत सोच रहे हैं. अगर हवाई जहाज में नॉर्मल पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल किया जाएगा तो हवाई जहाज उड़ नहीं पाएगा.
किस फ्यूल पर दौड़ता है एरोप्लेन?
आइए आपको सबसे पहले तो इस बात का जवाब देते हैं कि जिस फ्लाइट से आप सवर करते हैं वह आखिर किस फ्यूल पर दौड़ती है. एरोप्लेन हो या फिर हेलीकॉप्टर इनमें एक खास फ्यूल का इस्तेमाल होता है. इस फ्यूल को एविएशन केरोसिन उर्फ QAV नाम से जाना जाता है.
रफ्तार-माइलेज का गणित
बोइंग 747 बनाने वाली कंपनी के अनुसार, फ्लाइट को एक किलोमीटर उड़ान भरने के लिए लगभग 12 लीटर फ्यूल की जरूरत होती है और प्लेन की रफ्तार 900 किलोमीटर/घंटा (ग्राउंड स्पीड) होती है. एक बार में 568 लोग बैठकर एक साथ फ्लाइट में सफर कर सकते हैं.
कई रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र है कि एक घंटे में फ्लाइ 2400 लीटर फ्यूल की खपत करती है और एक घंटे में 900 किलोमीटर तक की दूरी तय करती है. इस हिसाब से देखा जाए तो एक किलोमीटर के लिए 2.6 लीटर फ्यूल की खपत होती है.