किसानों को लेकर कंगना ने ऐसा क्या दे दिया बयान, जिस पर मच गया बवाल?
बीजेपी सांसद कंगना रनौत किसान आंदोलन पर बयान देकर मुसीबत में घिर गई हैं. उन्हें आलोचना झेलनी पड़ा रही है. विपक्ष हमलावर है. साथ ही बीजेपी हाईकमान भी सख्त है. बीजेपी ने उनके बयान से किनारा कर लिया है. कंगना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे. वहां रेप हो रहे थे. हत्याएं हो रही थीं.
कंगना के इस बयान पर विपक्ष के आरोपों के बीच बीजेपी ने किनारा भी किया और कंगना की क्लास भी लगा दी. वो भी बाकायदा एक प्रेस रिलीज जारी करके. इसमें पार्टी ने कहा है कि पार्टी कंगना के बयान से असहमत है. उन्हें पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है. वो पार्टी की तरफ से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं हैं.
बीजेपी की हिदायत के बाद भी विपक्ष के हमले जारी
बीजेपी ने इसके साथ ही कंगना को भी हिदायत दी है कि वो इस मुद्दे पर आगे कोई बयान न दें. पार्टी स्टेटमेंट में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर चलने की बात कही गई है. हालांकि बीजेपी की हिदायत के बाद भी विपक्ष के सियासी हमले कम नहीं हुए हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, किसानों से किए वादों को पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है. 378 दिन चले मैराथन संघर्ष के दौरान 700 साथियों का बलिदान देने वाले किसानों को बीजेपी सांसद द्वारा बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना बीजेपी की किसान विरोधी नीति और नीयत का एक और सबूत है.
देशभर के किसानों का घोर अपमान
उन्होंने कहा, ये शर्मनाक किसान विरोधी बोल पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब समेत पूरे देश के किसानों का घोर अपमान है. इसे किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता. किसान आंदोलन वापस लेते समय बनी सरकारी समिति आज भी ठंडे बस्ते में है. एमएसपी पर सरकार अपना रुख आज तक साफ नहीं कर सकी है.
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इसी बयान में उन्होंने आगे कहा, शहीद किसानों के परिवारों को किसी तरह की राहत नहीं दी गई. ऊपर से लगातार उनका चरित्र हनन जारी है. अन्नदाताओं का निरादर और उनके मान सम्मान पर हमला करने से किसानों से किया गया मोदी सरकार का धोखा छुप नहीं सकता. नरेंद्र मोदी और बीजेपी कितनी भी साजिश कर ले इंडिया गठबंधन किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी दिलवा कर रहेगा.
बीजेपी कंगना से किसानों को गाली दिलवाती है
कांग्रेस नेता दानिश अली ने कहा, शर्म उनको मगर नहीं आती. बीजेपी देश के किसानों को कंगना से पहले गाली दिलवाती है. हंगामा होने पर कहती है कि उससे सहमत नहीं है. वैसे नफरती बयानों से देश और समाज को शर्मसार करने वाले अपने नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करना बीजेपी की फितरत में ही नहीं है.
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कांग्रेस ने कहा है कि कंगना को संसद में बैठने का अधिकार नहीं है. बेहद वाहियात बयान है. बयान देने वाली सिर्फ फिल्म एक्टर नहीं हैं, बीजेपी की सांसद हैं. ऐसे शब्द कभी किसी ने नहीं बोले. रेप की बात, अमेरिका , चीनी हाथ बता रहीं थीं. हरियाणा चुनाव सामने हैं. हार तय है, इसलिए चुनाव टालने की बात कर रहे हैं.
या तो बीजेपी या कंगना हाथ जोड़कर माफी मांगें
कांग्रेस ने कहा, अब सीटें 240 हैं. इसलिए बीजेपी ने बयान जारी किया है. अगर ये पार्टी का मत नहीं है तो निकालिए पार्टी से उनको. दिल से माफ नहीं करने वाली बात नहीं चलेगी. या तो पार्टी माफी मांगे या कंगना किसानों से हाथ जोड़कर माफी मांगें. अमेरिका, चीन वाले बयान पर विदेश मंत्रालय सफाई दे.
किसानों से किए वादों को पूरा करने में नाकाम मोदी सरकार का दुष्प्रचार तंत्र लगातार किसानों का अपमान करने में जुटा हुआ है।
378 दिन चले मैराथन संघर्ष के दौरान 700 साथियों का बलिदान देने वाले किसानों को भाजपा सांसद द्वारा बलात्कारी और विदेशी ताकतों का नुमाइंदा कहना भाजपा की किसान
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2024