कोलकाता केस: हॉस्पिटल की वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए SIT गठित
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुए रेप-मर्डर केस के बाद से देशभर के लोगों में गुस्सा भरा हुआ है. पीड़िता के माता-पिता का कहना है कि उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है और वो अभी तक न्याय की मांग कर रहे हैं. पीड़िता के पिता ने ये बात भी कही थी कि इस अपराध में सिर्फ एक व्यक्ति शामिल नहीं था. इस बात को कई डॉक्टर्स ने भी माना है. अब बताया जा रहा है कि 9 अगस्त को जूनियर डॉक्टर के रेप और हत्याकांड से पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का भी शव बरामद हुआ था.
पश्चिम बंगाल सरकार ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल SIT का गठन किया है. पश्चिम बंगाल गृह विभाग की ओर से 16 अगस्त को जारी अधिसूचना के मुताबिक एसआईटी को सरकारी विभागों और निजी एजेंसियों से जांच के लिए कोई भी प्रासंगिक दस्तावेज तक पहुंच की छूट होगी. विशेष. सचिव ने हस्ताक्षरित अधिसूचना में कहा है कि मुझे जनवरी 2021 से अब तक की अवधि के दौरान आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच करने के लिए एक SIT गठित करने का निर्देश दिया गया है.
CID की DIG करेंगी मदद
जिस SIT का गठन किया जा रहा है उसे एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है. जांच के दौरान डॉ. प्रणव कुमार की मदद मुर्शिदाबाद रेंज के उप महानिरीक्षक वकार रजा, राज्य अपराध जांच विभाग यानी CID की DIG सोमा दास मित्रा और कोलकाता सेंट्रल की पुलिस उपायुक्त इंदिरा मुखर्जी करेंगे. SIT का गठन ऐसे समय में किया गया है जब CBI इसी अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना की जांच कर रही है.
9 अगस्त को हुई घटना
सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुई 9 अगस्त की घटना के बाद से देशभर में आक्रोश है. लोग सड़कों पर उतरकर जूनियर डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही देशभर के डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं. हॉस्पिटल में हुई इस घटना के बाद से लोगों के मन में ये सवाल है कि अब उनकी बहन-बेटी हॉस्पिटल जैसी जगह भी सुरक्षित नहीं है. ऐसे में लोग कार्यस्थलों पर बेहतर सुरक्षा के लिए कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.