क्या टूटेगा 6 साल पुराना रिकॉर्ड, विदेशी निवेशकों ने जून में निकाले 15000 करोड़?
अप्रैल, उसके बाद मई और अब जून. लगातार तीसरा महीना है जब विदेशी निवेशक यानी फॉरेन पोर्टफोलियाे इंवेस्टर भारत के शेयर बाजार से रूठे हुए हैं. खास बात तो ये है कि अगर ये सिलसिला पूरे जून भी चलता रहा तो करीब 6 साल के बाद पहली बार ऐसा देखने को मिलेगा कि जब किसी वित्त वर्ष की पहली तिमाही में निवेशक लगातार पैसा निकालेंगे. जून के पहले हफ्ते में विदेशी निवेशकों ने भारत के शेयर बाजार से करीब 15 हजार करोड़ रुपए निकाल लिया है. वहीं दूसरी ओर बॉन्ड एवं डेट मार्केट में विदेशी निवेशकों का अभी भरोसा बना हुआ है. जिसकी वजह से एक हफ्ते में विदेशी निवेशकों ने 4000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है. आइए आंकड़ों से समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर विदेशी निवेशक 6 साल पुराना रिकॉर्ड कैसे तोड़ने जा रहे हैं.
लगातार तीसरे महीने हुई शुरुआत
अप्रैल और मई के महीने में विदेशी निवेशकों की ओर शेयर बाजार से पैसा निकालने का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वो जून के महीने में भी दिखाई देना शुरू हो गया है. खास बात तो ये है शेयर बाजार में अस्थिरता की वजह से विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से पहले हफ्ते में ही 14,794 करोड़ रुपए निकाल लिए हैं. इससे पहले अप्रैल के महीने में विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से 8,671 करोड़ रुपए निकाले थे. जबकि मई में ये आंकड़ा बढ़कर 25,586 करोड़ रुपए हो गया है. जबकि फरवरी के महीने में 1,539 करोड़ और मार्च के महीने में 35,098 करोड़ रुपए का निवेश किया था. जनवरी के महीने में विदेशी निवेशकों ने 25,744 हजार करोड़ रुपए की निकासी की थी. मौजूदा साल में अभी विदेशी निवेशक भारत के शेयर बाजार से 38,158 करोड़ रुपए निकाल चुकी है.
2018 के पहली बार मुमकिन
निवेशकों की निकासी अगर पूरे जून में जारी रहती है, साल 2018 के बाद पहला ऐसा मौका होगा जब अप्रैल, मई और जून लगातार तीन महीनों तक विदेशी निवेशक अपना पैसा निकालेंगे. अगर बात साल 2018 की करें तो विदेशी निवेशकों ने अप्रैल के महीने में 5,552 करोड़ रुपए शेयर बाजार से निकाले थे. मई के महीने में 10,060 करोड़ रुपए और जून के महीने में 4,831 करोड़ रुपए निकाल लिए थे. खास बात तो ये है कि उस महीने डेट मार्केट को भी विदेशी निवेशकों को नहीं बख्शा था. पहले 6 महीनों में से लगातार 5 महीने यानी फरवरी से जून तक विदेशी निवेशकों ने अपना पैसा निकाल लिया था.
बॉन्ड और डेट मार्केट की स्थिति
वहीं दूसरी ओर बॉन्ड और डेट मार्केट की बात करें तो जून के पहले हफ्ते में 4,008 करोड़ रुपए का निवेश कर दिया है. उससे पहले मई के महीने में विदेशी निवेशकों ने 8,761 करोड़ रुपए का निवेश किया था. मौजूदा कैलेंडर ईयर में सिर्फ अप्रैल ही ऐसा महीना था जब डेट मार्केट से निवेशकों ने 10,949 करोड़ रुपए निकाल लिए थे. अगर मौजूदा साल की करें तो विदेशी निवेशकों ने डेट मार्केट में 57,678 करोड़ रुपए का दाव खेल दिया है.
क्या कहते हैं जानकार
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि चीनी शेयरों को लेकर एफपीआई की निराशा खत्म होती दिख रही है और हांगकांग एक्सचेंज में सूचीबद्ध चीनी शेयरों में निवेश बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि चीनी शेयरों का मूल्यांकन बहुत आकर्षक हो गया है. वहीं दूसरी ओर कुछ जानकारों का ये भी कहना है कि भारत में जिस तरह का मेंडेट देखने को मिला है, वो किसी एक पार्टी को नहीं है. ऐसे में पॉलिटिकली स्थिरता बढ़ी हुई रह सकती है. जिसका असर शेयर बाजार में देखने को मिल सकता है. इसी स्थिरता के आभाव में निवेशकों को अपना पैसा निकाल रहा है.