क्या बनाती है रतन टाटा की फेवरेट कंपनी? नाम जानकर रह जाएंगे दंग
देश के सबसे बड़े उद्योगपति रतन टाटा इस दुनिया को अलविदा कह गए. उनकी उम्र 86 वर्ष थी. लेकिन आज बात सिर्फ रतन टाटा की ही नहीं बल्कि उस कंपनी की भी होनी चाहिए जिसके लिए उन्होंने दिग्गज कंपनी आईबीएम का ऑफर तब ठुकरा दिया. जिस कंपनी की बात आज आपके सामने करने जा रहे हैं वो रतन टाटा के बेहद करीब हैं और अपने करियर की शुरुआत भी इसी कंपनी से की थी. ग्रुप की ये कंपनी कोई और नहीं बल्कि टाटा स्टील है. फ्लोर शॉप से शुरूआत करने वाले रतन टाटा साल 1991 में रतन टाटा को पूरे ग्रुप की कमान सौंपी गई. उसके बाद से ना तो देश ने और ना ही ग्रुप ने पीछे मुढ़कर देखा है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर रतन टाटा का टाटा स्टील के साथ किस तरह का कनेक्शन था.
इस कंपनी से शुरू हुआ था सफर
वैसे तो टाटा ग्रुप में कई बड़ी कंपनियां हैं. जिनकी बात अक्सर कारोबारी गलियारों में होती ही रहती है. जिसमें टीसीएस का नाम सबसे ऊपर लिया जा सकता है. उसके बाद टाटा मोटर्स भी हमेशा सुर्खियां बटौरती रहती है. टाइटन कंपनी भी इसी फेहरिस्त में शामिल है. लेकिन जिस कंपनी का नाम सबसे कम लिया जाता है, वो ही कंपनी रतन टाटा के सबसे करीब मानी जाती रही है. इसी कंपनी से रतन टाटा ने अपनेर करियर की शुरुआत की थी. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आईबीएम का ऑफर ठुकरा भारत लौटे रतन टाटा ने साल 1961 में टाटा स्टील को ज्वाइन किया. करीब 117 साल पुरानी इस कंपनी में रतन टाटा ने भरपूर अनुभव हासिल किया.
काफी शांत तरीके से काम करती है कंपनी
करीब 2 लाख करोड़ रुपए के वैल्यूएशन वाली टाटा स्टील का शेयर करीब 159 रुपए का है. इसका मतलब है कि ये कंपनी टाटा ग्रुप की बाकी कंपनियों के मुकाबले काफी छोटी है. जिसकी वजह से इस कंपनी का नाम ज्यादा नहीं लिया जाता है. लेकिन देश की पुरानी कंपनियों में से एक टाटा काफी शांत तरीके से काम करती है. करीब 117 साल पुरानी कंपनी ने आजादी से पहले और आजादी के बाद तमाम उतार चढ़ाव को अपने ऊपर लिया है. साथ ही देश की तरक्की में अहम योगदान दिया है. जब देश को स्टील की जरुरत थी तो कंधे से कंधा मिलाकर कंपनी साथ खड़ी रही है. ऐसे में इस कंपनी के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. वो भी तब जब इसने रतन टाटा जैसे प्रोफेशनल को एक बड़ा ब्रेक दिया हो.
25 साल में कितनी कराई कमाई
अगर बात शेयर बाजार निवेशकों को देखते हुए करें तो टाटा स्टील ने 25 साल में निवेशकों को 1895 फीसदी का रिटर्न दिया है. 24 दिसंबर 1999 को एनएसई पर कंपनी का शेयर 8.10 रुपए था. आज कंपनी का शेयर 159 रुपए का हो चुका है. इसका मतलब है कि किसी निवेशक ने 29 अक्टूबर 1999 को 7.97 रुपए के हिसाब से एक लाख रुपए का निवेश किया होता तो उसकी वैल्यू करीब 20 लाख रुपए हो चुकी होती. बीते 5 साल में कंपनी ने निवेशकों को 368 फीसदी का रिटर्न दिया है. मौजूदा साल में कंपनी ने 13.65 फीसदी का रिटर्न दिया है.