नवरत्न कंपनी ने तोड़ा मुनाफे का रिकॉर्ड, हर घंटे हुआ 13 करोड़ प्रॉफिट

देश की नवरत्न कंपनी ने तीसरी तिमाही के कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं. तीन महीने में कंपनी को हर घंटे करीब 13 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है. जी हां, ये कोई कंपनी नहीं बल्कि कोल इंडिया है. जो सरकार के लिए लगातार दुधारू गाय बनती जा रही है. कंपनी की ओर से तिमाही नतीजे जारी किए गए हैं. सोमवार को कंपनी ने जानकारी देते हुए कहा है कि इस तिमाही में कंपनी के मुनाफे में पिछले साल की तुलना में 17 फीसदी ज्यादा का इजाफा हुआ है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश की इस अहम कंपनी ने किस तरह के आंकड़ें जारी किए हैं.

कंपनी के नेट प्रॉफिट में इजाफा

कोल इंडिया ने सोमवार को बताया कि तीसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 17 फीसदी बढ़ा है. कंपनी के आंकड़ों के अनुसार कंपनी को मौजूद वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 9,069 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ है. जबकि एक साल पहले यह 7,755 करोड़ रुपए था. अगर बात रेवेन्यू की करें तो सालाना आधार पर 3 फीसदी बढ़कर 36,154 करोड़ रुपए हो गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 35,169 करोड़ रुपए था.

निवेशकों की हाेगी कमाई

इसके अलावा, कंपनी बोर्ड ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए 5.25 रुपए प्रति शेयर का दूसरा अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान कियाइ है. कंपनी ने इसके लिए रिकॉर्ड डेट 20 फरवरी तय की है और इसका भुगतान 12 मार्च तक किया जाएगा. फ्रेश डिविडेंड के साथ, मौजूदा वित्त वर्ष के लिए कुल अंतरिम डिविडेंड 20.5 रुपए प्रति शेयर या फेस वैल्यू का 205 फीसदी है. कोल इंडिया ने पिछले साल नवंबर में 15.25 रुपए प्रति शेयर के पहले अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया था.

पिछले तिमाही के मुकाबले कंपनी का प्रॉफिट

क्रमिक आधार पर, शुद्ध लाभ पिछली सितंबर तिमाही में 6,800 करोड़ रुपए से 33 फीसदी बढ़ गया. इस बीच, रेवेन्यू में तिमाही-दर-तिमाही 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. तिमाही के लिए एबिटडा 11,350 करोड़ रुपए रहा और मार्जिन 31.5 फीसदी रहा. तीसरी तिमाही के दौरान कुल खर्च पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 26,246 करोड़ रुपए के मुकाबले 26,268 करोड़ रुपए पर स्टेबल रहा. तीसरी तिमाही के दौरान टैक्स से पहले का प्राॅफिट बढ़कर 12,375 करोड़ रुपए हो गया, जो साल-दर-साल 17 फीसदी के इजाफे को दिखाता है.

प्रोडक्शन में 9 फीसदी का इजाफा

तीसरी तिमाही में कंपनी का कोयला उत्पादन साल-दर-साल 11 फीसदी बढ़कर 199 मिलियन टन हो गया. तिमाही के दौरान कोयले की सप्लाई 9 फीसदी बढ़कर 191.30 मिलियन टन हो गई. बोर्ड ने 13 फरवरी से मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) के रूप में मुकेश अग्रवाल की नियुक्ति के लिए रास्ता भी साफ कर दिया है. अग्रवाल ने 8 फरवरी को कोयला खनन मोनोलिथ के निदेशक (वित्त) के रूप में पदभार संभाला है. सोमवार को एनएसई पर कोल इंडिया के शेयर 4.80 फीसदी की गिरावट के साथ 434.30 रुपए पर बंद हुए.

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