क्या है रेडिएशन हार्ट डिजीज, कैंसर का इलाज करा रहे लोगों में क्यों रहता है इसका खतरा
खानपान की खराब आदतें और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण हार्ट की बीमारियां हो जाती हैं. बीते कुछ सालों से हार्ट डिजीज काफी बढ़ रही हैं. कम उम्र में ही लोग इनका शिकार हो रहे हैं. हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामले सबसे ज्यादा आते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हार्ट की एक ऐसी बीमारी भी है जिसका खतरा कैंसर मरीजों को ज्यादा रहता है. आइए इसके बारे में जानते हैं. इस बीमारी को रेडिएशन हार्ट डिजीज कहते हैं.
यह बीमारी तब होती है जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहता है. कैंसर मरीजों को इस बीमारी का रिस्क ज्यादा होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि कैंसर मरीज रेडिएशन थेरेपी लेते हैं. इस रेडिएशन के संपर्क में आने से उनको यह डिजीज हो सकती है. रेडिएशन के कारण हार्ट की मांसपेशियां और नसों को नुकसान होने लगता है. इससे रेडिएशन हार्ट डिजीज होने का रिस्क होता है. इस बीमारी के कारण हार्ट के फंक्शन पर असर पड़ता है. जिससे हार्ट अटैक या हार्ट फेल का रिस्क भी हो सकता है.
मैक्स हॉस्पिटल में ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ रोहित कपूर बताते हैं कि रेडिएशन हार्ट डिजीज का रिस्क कैंसर मरीजों को रहता है, हालांकि कैंसर के हर मरीज में यह समस्या नहीं होती है. जो मरीज ज्यादा रेडिएशन लेता है उसमें रिस्क हो सकता है. जिन मरीजों को पहले से ही हार्ट की कोई बीमारी है उनको खतरा अधिक होता है.
कैसे दिखते हैं लक्षण
कैंसर का जो मरीज रेडिएशन थेरेपी ले रहा है और उसमें यह लक्षण दिख रहे हैं तो वह रेडिएशन हार्ट डिजीज का शिकार हो सकता है. हालांकि ये लक्षण हार्ट की सामान्य बीमारी या हार्ट अटैक के भी हो सकते हैं, लेकिन अगर किसी कैंसर मरीज की रेडिएशन थेरेपी चल रही है और उसको इसके साथ यह सभी लक्षण दिख रहे हैं तो उस मरीज को डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
छाती में दर्द बने रहना
सांस लेने में परेशानी
दिल की धड़कन का तेज और धीमा होना
हमेशा थकान बने रहना
पैरों में सूजन
बचाव कैसे करें
एंटीऑक्सीडेंट से युक्त फूड्स का सेवन करें
अपनी डाइट में टमाटर, अखरोट, एवोकैडो जैसे एंटीऑक्सीडेंट से युक्त फूड्स शामिल कर सकते हैं
किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें
कैंसर के इलाज के दौरान कार्डियोलॉजिस्ट के संपर्क में भी रहें