चीन की कंपनियों से मदद लेगी रतन टाटा की ये कंपनी, आखिर क्यों लिया ये फैसला

भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कार मार्केट है और इलेक्ट्रिक कार बाजार में फिलहाल टाटा मोटर्स का दबदबा है. EV मार्केट में अपना दबदबा कायम रखने के लिए रतन टाटा की फेवरेट कंपनी टाटा मोटर्स मार्केट में बढ़ते कम्पीटीशन से लड़ने के लिए बड़ा फैसला करने जा रही है. आपको जानकर हैरानी होगी कि टाटा की गाड़ियां अब चीन की बैटरी से चलेंगी. जी हां, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक EV मार्केट में अपनी पावर बनाए रखने के लिए रतन टाटा कि कंपनी ने चीन से मदद लेने का फैसला किया है. आइए जानते हैं आखिर क्या है पूरा माजरा…
क्यों लिया है फैसला?
लाइव मिंट ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि टाटा मोटर्स अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक चीनी निर्माता से बैटरी पैक खरीदेगी. वहीं, बिजनेस डेली के अनुसार टाटा मोटर्स अपने परफॉरमेंस को और बेहतर बनाने के लिए चीन की ऑक्टिलियन पावर सिस्टम्स से बैटरी मंगवाएगा. फ़िलहाल टाटा मोटर्स टाटा ऑटोकॉम्प सिस्टम से बैटरी लेता है. भारत कि लीडिंग कार मेकिंग कंपनी भारत में EV गाड़ियां भी बेचती है. इस केटेगरी में कंपनी ने अभी टियागो, टिगोर, पंच, नेक्सॉन और उसकी नई लॉन्च हुई टाटा कर्व.EV कारें शामिल हैं. हालांकि, कंपनी जल्द ही हैरियर का EV मॉडल भी लॉन्च करेगी.कंपनी की हाल ही में लांच हुई कर्व.ईवी चीन कि ऑक्टिलियन बैटरी से बनी हुई है.
दुनिया की टॉप 10 ऑटो कंपनियों में शामिल
टाटा मोटर्स हाल ही में अपने स्टॉक की कीमतों में भारी उछाल के बाद दुनिया कि टॉप 10 ऑटोमोटिव कंपनियों में शामिल हो गई है. ये भारत कि पहली कंपनी है जो दुनिया के टॉप 10 ऑटोमोटोव कंपनियों में शामिल है. टाटा मोटर्स का स्टॉक इस साल 50 प्रतिशत से अधिक और 2023 में 101 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया है. कंपनी के मार्केट कैप कि बात करें तो 31 जुलाई को 51 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जिससे यह भारत में सबसे अधिक मूल्यवान ऑटोमोटिव फर्म बन गई. टेस्ला इंक वर्तमान में सबसे मूल्यवान वैश्विक ऑटो फर्म है, जिसका मार्केट कैप $711.19 बिलियन है, इसके बाद टोयोटा मोटर्स $307.50 बिलियन और BYD कंपनी $92.65 बिलियन है.
भारत के EV मार्केट में टाटा का दबदबा
भारत के इलेक्ट्रिक कार बाजार का 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सा रखने वाली टाटा मोटर्स को उम्मीद है कि फेस्टिव सीजन, नए लॉन्च और सरकारी सब्सिडी योजना पर स्पष्टता के कारण साल की दूसरी छमाही में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की बिक्री में उछाल आएगा. टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल और पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने इस महीने की शुरुआत में ईटी को बताया कि कंपनी “साहसपूर्वक ईवी और समकक्ष आईसीई वाहनों के बीच मूल्य समानता ला रही है.” कंपनी मीडियम साइज के एसयूवी सेगमेंट में पेट्रोल खरीदारों को आकर्षित करने की उम्मीद कर रही है.
कैसी रही सेल्स?
हाल के महीनों में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री धीमी हो गई है. खरीदारों के बीच धीमी गति से अपनाने और अन्य कारकों के कारण जुलाई में ई-कार पंजीकरण 2.92% गिरकर 7,541 इकाई हो गया. ऐसे में कंपनी का कहना है कि ईवी बिक्री में हालिया गिरावट को अलग से नहीं बल्कि व्यापक बाजार मंदी के संदर्भ में देखा जाना चाहिए.

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