नीरज चोपड़ा को हुई ये तकलीफ, पिछले 1 साल से झेल रहे दर्द, अब किया बड़ा खुलासा
पेरिस ओलंपिक 2024 से ‘डबल डिजिट’ में मेडल जीतकर लौटने की भारत की उम्मीदें पहले ही टूट गई थी. गोल्ड मेडल जीतने की कुछ उम्मीदों को पहले ही झटका लग चुका था. फिर भी एक आखिरी और सबसे बड़ा दांव बाकी था- नीरज चोपड़ा. टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए जैवलिन थ्रो का गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज से पेरिस में भी वही कमाल दोहराए जाने की उम्मीद थी. नीरज शायद ये कर भी लेते अगर वो उस परेशानी से नहीं जूझ रहे होते जो कई खिलाड़ियों के करियर पर बड़ा खतरा बन जाती है. जी हां, पेरिस में सिल्वर मेडल जीतने वाले नीरज हर्निया की परेशानी से जूझ रहे हैं और यही परेशानी जैवलिन फाइनल के दौरान भी उनकी राह में रुकावट साबित हुई.
पेरिस ओलंपिक में 8 अगस्त को हुए जैवलिन फाइनल में नीरज चोपड़ा अपने खिताब का बचाव करने से चूक गए. पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.27 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता. नीरज हालांकि यहां से भी खाली हाथ नहीं लौटे और उन्होंने सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा. नीरज ने फाइनल में 89.45 मीटर का थ्रो किया जो इस सीजन में उनका बेस्ट था.
एक साल से जूझ रहे नीरज
गोल्ड से चूकने के बादल नीरज ने खुलासा किया कि वो हर्निया की परेशानी से जूझ रहे हैं. उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए अपनी इस चोट के बारे में बताया. नीरज ने अपनी इस परेशानी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इसके चलते उन्हें लगातार ग्रोइन के हिस्से में दर्द हो रहा है. ऐसा नहीं है कि उन्हें ये परेशानी सिर्फ पेरिस ओलंपिक के दौरान हुई, बल्कि पिछले साल ही उन्हें इसके बारे में पता चला था और डॉक्टरों से सलाह भी ली गई थी.
अब करवानी होगी सर्जरी!
हालांकि नीरज ने तब वर्ल्ड चैंपियनशिप और फिर इस साल पेरिस ओलंपिक को देखते हुए कोई बड़ा एक्शन नहीं लेने का फैसला किया. चोट के बारे में नीरज ने बताया कि जब वो जैवलिन फेंकने के लिए दौड़ते हैं, तो ग्रोइन के हिस्से पर सबसे ज्यादा जोर पड़ता है. इस हिस्से में ही परेशानी उभरने के कारण वो इस साल कम ही टूर्नामेंट्स में हिस्सा ले सके. फाइनल के दौरान भी उन्हें ये तकलीफ हुई और इसका असर उनके प्रदर्शन पर पड़ा. नीरज ने बताया कि वो अपनी टीम के साथ मिलकर डॉक्टर्स से जांच करवाएंगे, जिसके बाद सर्जरी करने पर फैसला किया जाएगा.