पाकिस्तान ने जिसकी कद्र नहीं की, उसी ने तोड़ दिया शाहीन शाह अफरीदी का वर्ल्ड रिकॉर्ड
शाहीन शाह अफरीदी का बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड टूट गया है. तोड़ा भी उस खिलाड़ी ने है, जो पाकिस्तान में जन्मा है. पेशावर के लिए क्रिकेट खेला है. लेकिन, इंटरनेशनल क्रिकेट अब ओमान से खेल रहा है. हम बात कर रहे हैं बिलाल खान की, जो अब वनडे में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज बन गए हैं. ये वर्ल्ड रिकॉर्ड पहले शाहीन अफरीदी के नाम था. खास बात ये है कि शाहीन की तरह बिलाल भी बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं.
बिलाल खान ने तोड़ा शाहीन अफरीदी का वर्ल्ड रिकॉर्ड
37 साल के बिलाल खान ने वनडे में सबसे तेज 100 विकेट लेने की कामयाबी नामीबिया के खिलाफ 24 जुलाई को खेले मैच में हासिल की. आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप के लीग 2 मुकाबले में बिलाल ने 10 ओवर में 50 रन देकर 3 विकेट झटके. इन्हीं 3 विकेटों के दौरान उन्होंने शाहीन के वर्ल्ड रिकॉर्ड को ध्वस्त किया.
शाहीन से 2 वनडे कम खेलकर बिलाल बन गए हीरो
शाहीन शाह अफरीदी ने 100 बल्लेबाजों का विकेट अपने 51वें वनडे में पूरा किया था. जबकि बिलाल खान ने वही काम उनसे 2 मैच पहले यानी अपने 49वें वनडे इंटरनेशनल में ही कर दिखाया है. बिलाल खान के फिलहाल अब 101 विकेट हैं. शाहीन अफरीदी ने जब वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, तब उन्होंने मिचेल स्टार्क का रिकॉर्ड तोड़ा था, जिन्होंने 52वें वनडे में ये कमाल किया था. बिलाल 50 से कम मैचों में 100 विकेट लेने वाले भी पहले तेज गेंदबाज हैं.
ये कमाल करने वाले ओवरऑल तीसरे गेंदबाज
ओवरऑल गेंदबाजों में बिलाल खान सबसे तेज 100 वनडे विकेट पूरे करने वाले तीसरे गेंदबाज हैं. वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 42 मैचों में 100 विकेट लेने का कारनामा अफगानिस्तान के स्पिनर राशिद खान ने किया है. लिस्ट में दूसरा स्थान नेपाल के स्पिनर संदीप लामिछाने का है, जिन्होंने 44 मैचों में 100 विकेट वनडे में झटके थे.
पाकिस्तान में जन्म. पेशावर के लिए फर्स्ट क्लास खेला
वनडे क्रिकेट में 100 प्लस विकेट ले चुके बिलाल के T20 इंटरनेशनल में भी 110 विकेट हैं, जो कि उन्होंने 79 मैचों में हासिल किए हैं. बिलाल खान, ओमान के गेंदबाज हैं पर उनका जन्म पाकिस्तान के पेशावर में साल 1987 में हुआ. साल 2007 से 2009 के बीच उन्होंने पेशावर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी खेला. लेकिन, मौके नहीं मिलने के चलते उन्होंने ओमान का रुख कर लिया. वहां 4 साल रहने के बाद उन्हें नागरिकता मिल गई और फिर ओमान के लिए खेलना शुरू कर दिया.