पिता रहे DSP, पति गैंगस्टर…कौन हैं बीजेपी की मंजू हुड्डा जो भूपेंद्र हु्ड्डा के खिलाफ भर रहीं हुंकार
हरियाणा विधानसभा चुनाव की जंग फतह करने के लिए बीजेपी ने अपने सिपहसालारों को मैदान में उतार दिया है. बीजेपी ने बुधवार को 67 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उनके घर में ही घेरने का बीजेपी ने दांव चला है. रोहतक के गढ़ सांपला-किलोई विधानसभा सीट पर भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ बीजेपी ने मंजू हुड्डा को प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी से टिकट मिलने के बाद मंजू हुड्डा चर्चा के केंद्र में है. ऐसे में सभी के मन में सवाल उठता है कि मंजू हुड्डा कौन है, जिन पर बीजेपी ने इतना बड़ा दांव खेला है?
बीजेपी नेता मंजू हुड्डा उस समय राजनीतिक चर्चा में आई थी, जब दो साल पहले वह रोहतक से निर्दलीय जिला पंचायत की चेयरमैन चुनी गई थी. इसके बाद उन्होंने बीजेपी में अपनी आस्था जताते हुए पार्टी की सदस्यता ले ली थी. अब बीजेपी ने मंजू हुड्डा को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ टिकट दिया है. इसके बाद मंजू ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला-किलोई क्षेत्र के बेटे हैं, तो वो भी यहां की बहू हैं. इस तरह से मंजू गढ़ी सांपला-किलोई का चुनाव बेटे बनाम बहू बनाने में जुट गई है.
मंजू के पिता रहे DSP तो पति गैंगस्टर
मंजू हुड्डा शादी से पहले मंजू यादव हुआ करती थी. मंजू का नाता हरियाणा के ऐसे परिवार से है, जहां पिता हरियाणा के डीसीपी रहे हैं तो पति गैंगेस्टर और हिस्ट्रीशीटर रह चुके हैं. मंजू का जन्म हरियाणा के गुरुग्राम में हुआ और उनके पिता का नाम प्रदीप यादव है. प्रदीप यादव भले ही किसान परिवार में जन्में हो, लेकिन हरियाणा पुलिस में डीएसपी रह चुके हैं. डीएसपी रहे प्रदीप यादव की बेटी मंजू ने रोहतक के गढ़ी सांपला-किलोई क्षेत्र के गांव धामड़ के रहने वाले राजेश हुड्डा सरकारी से शादी कर ली थी जिसके बाद वो मंजू हुड्डा बन गई.
मंजू हुड्डा के पति राजेश हुड्डा पर करीब 18 मामले दर्ज हैं. उस पर हत्या, हत्या का प्रयास समेत अपहरण और लूट के मामले भी दर्ज हैं. राजेश हुड्डा पर सिर्फ हरियाणा में ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं. राजेश हुड्डा कई सालों तक जेल में भी रहा. राजेश हुड्डा रोहतक का नामी गैंगस्टर माना जाता है और फिलहाल हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर है.
पति के हिस्ट्रीशीटर होने पर क्या कहा?
मंजू हुड्डा से जब मीडिया ने उनके पति राजेश हुड्डा के हिस्ट्रीशीटर होने पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, वह उनका अतीत था, किन परिस्थितियों में व्यक्ति से क्या हो जाए यह नहीं कहा जा सकता. पिछले 10 वर्षों से उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया. पति राजेश के कहने पर ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा. उनके पति ने कभी भी उनके काम में हस्तक्षेप नहीं किया है. उन्होंने अपने पति से गलत के खिलाफ आवाज बुलंद करना सीखा है. हालांकि, मंजू हुड्डा कहती हैं कि पिता के बाद उन्होंने पति राजेश हुड्डा से बहुत कुछ सीखा है.
मंजू हुड्डा की सियासत में एंट्री
राजेश उर्फ सरकारी ने जेल से बाहर आने के बाद खुद राजनीति में कदम रखने के बजाय अपनी पत्नी मंजू हुड्डा को मैदान में उतारा है. मंजू हुड्डा ने साल 2022 में जिला पंचायत सदस्य के चुनाव से एंट्री मारी. रोहतक जिले के वार्ड नंबर पांच से मंजू हुड्डा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उतरी थी. इस चुनाव में मंजू ने जेजेपी की रोहतक जिला अध्यक्ष मीणा मकड़ौली और बीजेपी नेता धर्मपाल मकड़ौली पत्नि को मात देकर जिला पंचायत सदस्य बनी. इसके बाद मंजू हुड्डा निर्दलीय रोहतक की जिला पंचायत की अध्यक्ष बनी. जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद मंजू ने अपने पति राजेश हुड्डा सरकारी के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया.
भूपेंद्र हुड्डा बनाम मंजू हुड्डा
बीजेपी ने मंजू हुड्डा को अब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ उतारा है. रोहतक की गढ़ी सांपला-किलोई विधानसभा सीट भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कर्मभूमि मानी जाती है, जहां से वह साल 2000 से लगातार विधायक चुने जा रहे हैं. इस बार बीजेपी ने हुड्डा के खिलाफ मंजू को प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी से टिकट मिलने के बाद मंजू हुड्डा ने भूपेंद्र हुड्डा को पिता तुल्य बताते हुए कहा है कि मैं उनसे आशीर्वाद लेने जाऊंगी.
साथ ही मंजू ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला-किलोई क्षेत्र के बेटे हैं, तो वह बहू हैं. मंजू हुड्डा के चुनावी मैदान में उतरने से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के लिए टेंशन बढ़ गई है, क्योंकि दोनों ही जाट समुदाय से हैं. मंजू के पति राजेश की युवाओं के बीच मजबूत पकड़ मानी जाती है, लेकिन जाट समुदाय के बीच भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अपनी पकड़ है.