फिजिकल और मेंटल ग्रोथ के लिए बच्चों को करवाएं ये एक्टिविटीज

बचपन में बच्चों को जो कुछ सिखाया जाता है वो आगे लाइफ में उनके काम आता है और उन्हें एक बेहतर इंसान बनाता है. इसी के साथ ही इस दौरान उनके इस दौरान, शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत ही बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. बच्चों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए जहां पढ़ाई बहुत जरूरी है, वहीं साथ ही उनके सही शारीरिक और मानसिक विकास के लिए फिजिकल एक्टिविटी भी बहुत जरूरी होती है. लेकिन आजकल के बच्चे ज्यादातर मोबाइल फोन और लैपटॉप में गेम खेलते रहते हैं. जिससे उनकी ग्रोथ पर भी बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए आपको बचपन से ही बच्चों को कुछ एक्टिविटी के लिए प्रेरित करना चाहिए, जिससे ये उनकी आदत बन जाए.
खेलकुद और दूसरी फिजिकल एक्टिविटी करना बच्चा के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. इससे बच्चों की हड्डियों और मांसपेशियों को विकसित, शरीर को लचीला बनाने में मदद मिलती है. बल्कि ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद साबित होती है. इसके अलावा, खेलकूद से बच्चों के मोटापे का खतरा भी कम होता है, जो आगे चलकर बहुत से बीमारियों का कारण बनता है.
दौड़ना और कूदना
दौड़ना और कूदना बच्चों के शारीरिक विकास के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसलिए दौड़ना के प्रतियोगिता में बच्चों को हिस्सा दिलवाएं. इसके अलावा रस्सी कूदने जैसे एक्टिविटी करने के लिए बच्चों को प्रेरित करें. रस्सी कूदने से हाई बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है.
साइकिल चलाना
साइकिल चलाना भी बच्चों के लिए काफी फायदेमंद होता है. इसलिए बच्चों को साइकलिंग के लिए प्रेरित करें. साइकिल चलाना एक अच्छा कार्डियो वर्कआउट है. इससे पैरों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है.
योग और एक्सरसाइज
हेल्दी रहने के लिए योग या एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है. ऐसे में आप बच्चे को बचपन से ही योग या एक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित करें. योग न सिर्फ एक्सरसाइज के लिए बल्कि मेंटल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद साबित होता है.
गार्डनिंग
बच्चों को गार्डनिंग की आदत भी डाल सकते हैं. घास उखाड़ना, पौधों को पानी देना इससे बार-बार उठने-बैठने से मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूती मिलती है. साथ ही सुबह की धूप विटामिन डी का अच्छा सोर्स माना जाता है. साथ ही नेचर में टाइम बिताने मेंटल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद होता है.
आउटडोर एक्टिविटी
अपने बच्चों को आउटडोर एक्टिविटी जैसे कि क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, रग्बी, पोलो, कार रेसिंग, बाइक रेसिंग, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, गिल्ली-डंडा, बैडमिंटन, टेनिस, बास्केटबॉल, और हॉकी जैसे गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें. इससे शारीरिक विकास में तो मदद मिलती ही है. इसके अलावा इससे बच्चे में सेल्फ कॉन्फिडेंस भी बढ़ता है.

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