बजट पूरी तरह से निराशाजनक… पी चिदंबरम ने कहा-आम लोगों को राहत नहीं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आम बजट पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि इस बजट बेरोजगारी और महंगाई को लेकर कुछ ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं. इस बजट में आम लोगों को कोई राहत नहीं दी गई है. कर प्रणाली की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि एक देश में दो तरह की कर प्रणाली को स्वीकारा नहीं जा सकता है.
पी चिदंबरम ने केंद्रीय बजट पर तीखा हमला करते हुए सवाल किया कि भाजपा के पास अपने दावों को पुख्ता करने के लिए कौन से आंकड़े हैं. उन्होंने कहा कि बजट पेश करते समय किए गए अधिकांश दावे अस्पष्ट है.
उन्होंने कहा कि उदाहरण के तौर पर उन्होंने पहली बार काम करने वालों के लिए नौकरियों और अप्रेंटिसशिप के लिए सरकार की योजना का हवाला दिया.
कंपनियों में इंटर्नशिप पर उठाये सवाल
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश के युवाओं को शीर्ष कंपनियों में इंटर्नशिप देने का वादा किया है और दावा किया है कि इस योजना से 210 लाख युवाओं को लाभ होगा. चिदंबरम ने सवाल किया कि आपने कितनी कंपनियों से संपर्क किया है? वे किस तरह की कंपनियां हैं?
उन्होंने कहा कि इन घोषणाओं को करने से पहले कुछ अध्ययन अवश्य करना चाहिए था. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ 210 लाख, 30 लाख, 50 लाख जैसे आंकड़े उछाल रही है.
आम बजट को लेकर चिदंबरम ने कही ये बात
कांग्रेस ने सरकार पर नकल करने का आरोप लगाया है और कहा है कि यह योजना उनके चुनावी वादे का हिस्सा थी, वहीं चिदंबरम ने कहा कि वह इससे “खुश” हैं. उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा विचार है, चाहे इसे कोई भी लेकर आए.
फिर, चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा, “उन्हें एहसास हुआ कि (लोकसभा) चुनाव में उन्हें इतनी हार क्यों झेलनी पड़ी. खुशी है कि उन्होंने पहचाना कि उन्हें बेरोजगारी के सवाल का जवाब देना था. खुशी है कि उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने गलत फैसले लिए जिन्हें सुधारना होगा. पी चिदंबरम ने कहा कि मुझे खुशी है कि वित्त मंत्री ने कांग्रेस का लोकसभा 2024 का घोषणापत्र पढ़ा है.