बस मार्शलों के मुद्दे पर सियासत तेज, CM आतिशी से मिलेंगे BJP विधायक विजेंद्र गुप्ता

दिल्ली में 10 हजार से ज्यादा बस मार्शलों की नियुक्ति का विवाद बढ़ता ही जा रहा है. मुख्यमंत्री आतिशी ने नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता के आग्रह को स्वीकार करते हुए मुद्दे पर आमने-सामने की चर्चा के लिए बुलाया है. इससे पहले 3 अक्टूबर को आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री सौरभ भारद्वाज हजारों बस मार्शलों के साथ LG विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात के लिए समय और बीजेपी विधायकों का इंतजार करते रहे थे. दूसरी ओर अब दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को चिट्ठी लिखकर शनिवार को बीजेपी विधायकों के साथ दिल्ली सचिवालय में मिलने का समय मांगा.
विजेंद्र गुप्ता ने चिट्ठी में लिखा, वो जानते हैं कि कल शनिवार है लेकिन बस मार्शलों का मुद्दा बहुत गंभीर है. इसलिए मार्शलों की बहाली जैसे गंभीर विषय पर चर्चा करना बहुत जरूरी है. इसके लिए वो बीजेपी विधायकों के साथ सचिवालय मुलाकात के लिए आना चाहते हैं. इसलिए मुख्यमंत्री सुबह 10:30 मिनट का समय दें.
मैंने विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली सचिवालय बुलाया है
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की चिट्ठी का तुरंत जवाब देते हुए मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, आज बीजेपी के विधायकों ने चिट्ठी लिखकर बस मार्शलों के मुद्दे पर मिलने का टाइम मांगा है. यह मुद्दा बहुत महत्वपूर्ण है. मैंने उन्हें कल सुबह 10:30 बजे दिल्ली सचिवालय बुलाया है.
मुख्यमंत्री आतिशी ने चिट्ठी में लिखा, वो शनिवार को खुद दिल्ली सचिवालय में अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के साथ मौजूद रहेंगी. अब ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या शनिवार को इन बस मार्शलों की समस्याओं का समाधान होता है. या फिर आम आदमी पार्टी और बीजेपी विधायकों के बीच यूं ही आरोप-प्रत्यारोप का राजनीतिक अखाड़ा चलता रहेगा.
लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं बस मार्शल
बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डीटीसी की बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 10 हजार 500 बस मार्शलों की नियुक्ति की थी. 2023 में उपराज्यपाल ने इन बस मार्शलों की नियुक्ति की प्रकिया और औचित्य पर सवाल खड़े किए थे. साथ ही बसों में होम गार्डस की नियुक्ति की बात कही थी. अक्टूबर 2023 में सभी बस मार्शलों को हटा दिया गया था. तब से ये लोग रोजगार और नियुक्ति की मांग को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

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