भारत के इस शहर में खाना रहना सब फ्री, बस करना होगा ये काम
भारत में हर धर्म, जाति और अलग-अलग बोलियों व भाषाओं के लोग साथ रहते हैं, इसलिए ही हमारे देश को विविधता में एकता के लिए जाना जाता है. फिलहाल चाहे आप कहीं भी रहें, घूमें या खाए पिएं, हर छोटी चीज के लिए पैसे की जरूरत तो होती ही है, लेकिन अगर आपसे ये कहा जाए कि भारत में ही एक ऐसा शहर है जहां रहने के लिए आपको रहने से लेकर खाने तक के लिए बिल्कुल पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
आपसे कहा जाए कि एक ऐसी जगह है जहां पर आपको पैसों के बारे में कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है और आपको खाने से लेकर रहने तक के लिए सब कुछ फ्री मिलने वाला है तो आप भी वहां जाना चाहेंगे. तो चलिए जान लेते हैं इस शहर के बारे में.
रहना खाना सब फ्री जान लें कौन सी है वो जगह
भारत में एक ऐसी जगह जहां रहना खाना सब फ्री है, उसे कहते हैं ऑरिविले. ये शहर साउथ इंडिया में बसा हुआ है. ऑरिविले चेन्नई से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर विल्लुपुरम जिले में स्थित है. इस शहर को ऑरिविले के अलावा सन ऑफ डाउन के नाम से भी जानते हैं, जिसकाव मतलब होता है भोर का शहर.
किसने बसाया ऑरविले, सन ऑफ डाउन
जानकारी के मुताबिक, ऑरविले शहर को मीरा अल्फाजो द्वारा 1968 में एक बहुत ही खास उद्देश्य के साथ बसाया गया. इस शहर का मतलब है एक ऐसी जगह जहां पर लोग किसी भी जाति, धर्म, राष्ट्रीयता, भाषा, पहनावे के बिना भेदभाव के साथ शांति के साथ रहे सकें.
दुनियाभर से कोई भी बस सकता है
ऑरविले के यूनिवर्सल शहर भी कहा जाता है, दरअसल यहां पर करीब 50 देशों के लोग रहते हैं. जानकारी के मुताबिक, पूरी दुनिया से यहां कोई भी बस सकता है. फिलहाल अगर आपको भी लग रहा है कि इस शहर में जाकर बस जाना चाहिए तो जान लें कि इसके लिए आपको क्या करना होगा.
ऑरविले में रहने के लिए क्या करना पड़ेगा?
अगर आप ऑरविले शहर में रहना चाहते हैं तो सिर्फ आपको करना ये होगा कि यहां रहकर सेवक की तरह काम करना होता है. इस शहर में सभी कुछ फ्री है और यही वजह है कि यहां पर सेवा करके रहा जाता है. सबसे बड़ी बात कि यहां पर रहने के लिए हर धर्म, जाति से ऊपर उठकर आपसी सहयोग और भाईचारे की भावना होना जरूरी है.
प्रार्थना के लिए है एक जगह
ऑरविले में आप रहना चाहते हैं तो जान लें कि यहां पर किसी भी धर्म के या किसी भी तरह के धार्मिक अनुष्ठान नहीं होते हैं और न ही लोगों के लिए अलग धार्मिक स्थल हैं. बल्कि यहां मृात मंदिर के नाम से एक प्रांगण है जहां पर लोग मेडिटेशन, प्रार्थना और योगा आदि कर सकते हैं.