यमन के होदेदा में ही इजराइल ने क्यों किया हमला, हूती से है ये कनेक्शन?

इजराइल ने शनिवार को यमन पर हमला किया. इजराइल ने यमन के होदेदा शहर को निशाना बनाया. इस हमले में होदेदा पोर्ट को भारी नुकसान हुआ. इजराइल की तरफ से की गई इस स्ट्राइक में 3 लोगों की मौत हुई साथ ही 87 लोग घायल हुए. इजराइल ने यमन पर यह जवाबी हमला इसीलिए बोला क्योंकि शुक्रवार को हूती ग्रुप ने इजराइल के तेल अवीव शहर में हमला किया था. जिसमें 1 व्यक्ति की मौत हो गई थी. सवाल यह उठता है कि जब हूती ग्रुप ने इजराइल पर हमला किया तो इजराइल ने यमन के होदेदा पोर्ट को ही निशाना क्यों बनाया.
इजराइल पर हमला करने वाले हूती ग्रुप का होदेदा पोर्ट पर नियंत्रण है और होदेदा को हूती ग्रुप का सैन्य ठिकाना माना जाता है, जिसको इजराइल ने निशाना बनाया. एक बयान में, इजरायली सेना ने कहा, हाल के महीनों में हूती ग्रुप ने इजरायल के खिलाफ सैकड़ों हमले किए जिसके जवाब में, लड़ाकू विमानों ने यमन में होदेदा बंदरगाह के क्षेत्र में हूती आतंकवादी शासन के सैन्य ठिकानों पर हमला किया.
इजराइल ने होदेदा को क्यों बनाया निशाना
इजराइल के होदेदा पोर्ट पर हमला करने के पीछे कई मकसद थे. इजराइल सिर्फ हूती ग्रुप को ढेर नहीं करना चाहता था बल्कि उन्हें ऐसा नुकसान पहुंचाना चाहता था जिससे उन को हथियार खरीदने और वित्तय संकट का सामना करना पड़े. इजराइली वायुसेना के हमले का मकसद हूतियों को ईरान से हथियार आयात करने से रोकना था, साथ ही ईरान समर्थित विद्रोहियों को आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाना था.
इजराइली सेना के अनुसार, हूती-नियंत्रित शहर होदेदा में पोर्ट का इस्तेमाल बार-बार ईरान से हथियार लाने के लिए किया गया है, इसलिए इजरायल ने इसको निशाना बनाया और ऐसी जगह पर स्ट्राइक कर चोट पहुंचाई कि हथियार हासिल करने में अब हूती ग्रुप को मुश्किल का सामना करना पड़े.
कितना हुआ नुकसान
एयर स्ट्राइक में पोर्ट पर मौजूद ऑयल डिपो, पावर स्टेशन साइटों और बाकी सुविधाओं को निशाना बनाया गया है. इस हमले में इजराइल ने एफ-35 स्टील्थ लड़ाकू जेट, एफ-15 लड़ाकू विमान, सहित कम से कम एक दर्जन आईएएफ विमान शामिल थे. इजराइल के तेल अवीव शहर पर शुक्रवार ड्रोन से हमला हुआ था, बाद में इस हमले की जिम्मेदारी हूती ग्रुप ने ली थी. हूती ग्रुप के इस हमले में 50 वर्षीय येवगेनी फ़ेडर की मौत हो गई थी. जिसके बाद शनिवार सुबह रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें हूती ग्रुप पर पलटवार करने के लिए इजराइल ने होदेदा पोर्ट पर हमले को मंजूरी दी.
इजराइल ने हमले को लेकर क्या कहा
इजराइली सेना (आईडीएफ) के अनुसार, पिछले नौ महीनों में यमन के हूती ग्रुप ने गाजा को समर्थन करते हुए इजरायल पर 220 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं. साथ ही आईडीएफ के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि इजराइल का यमनी लोगों को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. उन्होंने कहा, ”हम हूती आतंक के खिलाफ काम कर रहे हैं.”

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