ये कहीं रेल की पटरियां ना बेच दें…लालू ने रेलवे पर मोदी सरकार को घेरा

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के अध्यक्ष लालू यादव ने एक बार फिर भारतीय रेल को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला किया है. लालू यादव साल 2004 से लेकर 2009 तक देश के रेल मंत्री भी रहे हैं. आरजेडी प्रमुख ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, अब ये कहीं रेल की पटरियां ना बेच दें.
लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, 10 बरसों में मोदी की NDA सरकार ने, रेल का किराया-भाड़ा बढ़ा दिया है. प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ा दिया है. स्टेशन बेच दिए, जनरल बोगियां घटा दी, बुजुर्गों को मिलने वाला लाभ खत्म कर दिया, सेफ्टी-सिक्यॉरिटी घटाने पर रोज हादसे हो रहे हैं.
फिर भी कहते है रेलवे घाटे में है, अब ये कहीं रेल की पटरियां ना बेच दें.
रेल दुर्घटनाओं को लेकर हमला
इससे पहले भी भारतीय रेलवे को लेकर लालू यादव ने बीजेपी को घेरा है. आरजेडी प्रमुख ने 30 जुलाई को बीजेपी पर तीखा तंज करते हुए कहा था, 13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएं. लगातार होती रेल दुर्घटनाएं बेहद चिंताजनक है. साथ ही उन्होंने कहा था, भारतीय रेलवे इतनी असुरक्षित हो चुकी है कि ट्रेनों पर चढ़ने से पहले यात्री प्रार्थना करते हैं.

13 दिनों में 7 रेल दुर्घटनाएँ!
नियमित होती रेल दुर्घटनाएँ बेहद चिंताजनक है। सरकार ट्रेनों में सुरक्षा व्यवस्था के मूलभूत कदम भी नहीं उठा रही है।
भारतीय रेलवे इतनी असुरक्षित हो चुकी है कि ट्रेनों पर चढ़ने से पहले यात्री प्रार्थना करते हैं कि यह यात्रा उनकी अंतिम यात्रा ना हो।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) July 30, 2024

जाति जनगणना को लेकर बीजेपी को घेरा
इससे पहले भी लालू यादव लगातार समय-समय पर बीजेपी पर हमला करते रहे हैं. लालू यादव ने जाति जनगणना को लेकर भी बीजेपी पर हमला किया था. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था, आरएसएस और बीजेपी वालों का कान पकड़, दंड बैठक करा इनसे जातिगत जनगणना कराएंगे. उन्होंने आगे बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था, इनका क्या औकात है जो ये जातिगत जनगणना नहीं करायेंगे?
“रेलवे के निजीकरण का सवाल ही नहीं”
इस समय देश के रेल मंत्री की कमान बीजेपी सरकार में अश्विनी वैष्णव ने संभाल रखी है. रेल मंत्री वैष्णव ने 4 अक्टूबर को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित किया था. उस समय उन्होंने कहा था कि यह रेलवे के परिवर्तन का समय है. आने वाले पांच साल में रेलवे का पूरी तरह से कायाकल्प होगा. इस दौरान उन्होंने रेलवे के निजीकरण को लेकर भी टिप्पणी की थी और कहा था कि रेलवे और डिफेंस भारत की दो रीढ़ हैं. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है.

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