रॉक मेमोरियल से PM मोदी का संबंध पुराना… 33 साल पहले की तस्वीर आई सामने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी स्थित विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान में बैठे हैं, वहीं इस बीच उनकी 33 साल पुरानी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी के साथ स्वामी विवेकानंद की विशाल प्रतिमा के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. स्वामी विवेकानंद की ये ऐतिहासिक प्रतिमा कन्याकुमारी स्थित रॉक मेमोरियल की है और मुरली मनोहर जोशी के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की ये तस्वीर उस वक्त की है जब राष्ट्रीय एकता यात्रा आयोजित की गई थी.
यह तस्वीर 11 दिसंबर 1991 की है, इसी तारीख को भारतीय जनता पार्टी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक एक विशाल राष्ट्रीय एकता यात्रा शुरू की थी, जिसमें मुरली मनोहर जोशी और लालकृष्ण आडवाणी के साथ बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे. उसी यात्रा में वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी भी थे.
Thirty-three years ago, the massive nationwide Ekta Yatra commenced from the iconic Vivekananda Rock Memorial in Kanyakumari, stretching all the way to Kashmir. All the Ekta Yatris including Dr. Murli Manohar Joshi and @narendramodi circumambulated the statue of Swami Vivekananda pic.twitter.com/bMQ6qjjIuQ
— Modi Archive (@modiarchive) May 30, 2024
स्वामी विवेकानंद को दी दी श्रद्धांजलि
इस तस्वीर को मोदी आर्काइव्स नाम के एक्स हैंडल पर शेयर किया गया है. इस तस्वीर को शेयर करने के साथ ही इसके बारे में यह सूचना भी लिखी गई है कि 33 साल पहले एक भव्य राष्ट्रीय एकता एकता शुरू हुई थी जो कि कश्मीर में जाकर संपन्न हुई थी. यात्रा शुरू होने से पहले मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और संकल्प लिया.
जानें 33 साल पुरानी राष्ट्रीय एकता यात्रा को?
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 1991 में 11 दिसंबर को शुरू हुई राष्ट्रीय एकता यात्रा 45 दिनों तक चली. 14 राज्यों से होकर गुजरने वाली उस यात्रा का समापन 26 जनवरी 1992 को कश्मीर में हुआ था. यात्रा के आखिरी दिन श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया गया था. तिरंगा फहराने वालों में लालकृष्ण आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे. खास बात ये कि इसी यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का संकल्प लिया गया था.