वह जो संविधान पढ़ते हैं वह शायद भारत का नहीं है… CM हिमंत सरमा का राहुल-तेजस्वी पर हमला
लोकसभा चुनाव में संविधान को लेकर भारतीय जनता पार्टी और इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच घमासान मचा हुआ है. इंडिया गठबंधन के नेता बीजेपी पर संविधान को बदलने का आरोप लगा रहे हैं. राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे लेकर हमला बोलते हुए कहा था कि पीएम को संविधान की बुनियादी जानकारी नहीं है. उनके बयान पर तंज कसते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री के पास जो संविधान है, वह शायद भारत का नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या यादव संविधान के विशेषज्ञ हैं?
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी दोनों के पास संविधान की एक प्रति है. इसमें चीनी संविधान की तरह लाल कवर है, जबकि मूल भारतीय संविधान का कवर नीला है. राजद नेता जिस संविधान को पढ़ते हैं वह संभवतः भारत का नहीं है.
सरमा ने तेजस्वी-राहुल पर कसा तंज
सरमा ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या क्या वह संविधान के विशेषज्ञ हैं? क्या उनके पास डी.लिट की डिग्री है? बता दें कि पीएम मोदी ने सभा में दावा किया था कि विपक्षी गठबंधन ने फैसला लिया है कि यदि वे सत्ता में आते हैं तो सबसे पहले वे संविधान को बदल देंगे, क्योंकि वे तुष्टिकरण की नीति पर अमल करना चाहते हैं. वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा था कि बीजेपी आरक्षण खत्म चाहती है. उनकी पार्टी ने जाति जनगणना के लिए पत्र लिखा था लेकिन उन्होंने इसे खारिज कर दिया. हालांकि बिहार में जाति जनगणना कराई गई और 75 प्रतिशत आरक्षण दिया.
400 का आंकड़ा पार करेगा एनडीए
सरमा ने दावा किया कि पांचवें चरण के बाद ही एनडीए ने सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में सीटों पर जीत हासिल कर ली है. छठे और सातवें चरण में एनडीए 400 से अधिक सीटों पर जीत का आंकड़ा पार करेगा. सरमा ने शनिवार को पटना में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी के आवास पर पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी. सुशील मोदी का पिछले सप्ताह कैंसर से जूझते हुए निधन हो गया था.
उन्होंने कहा कि उन्हें सुशील मोदी के साथ मिलकर काम करने का सौभाग्य मिला था. उन्होंने उनसे उनसे बहुत कुछ सीखा था. उन्होंने आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी और जब बिहार पर जंगल राज के बादल मंडरा रहे थे तो उन्होंने सुशाशन के लिए लड़ा था.