स्कैम में जब्त की गई लग्जरी कारों का क्या होता है? आखिर कहां जाती हैं गाड़ियां
कई बार स्कैम में कई गाड़ियां पकड़ी जाती हैं. ये कार कोई नॉर्मल कार नहीं होती करोड़ों की लग्जरी गाड़िया होती है. इन गाड़ियों को जब्त करने के बाद इनके साथ क्या किया जाता है? क्या इन्हें बेचकर पैसों को किसी वृद्धा आश्रम या अनाथालय में दिया जाता है? ऐसे कई सवाल आपके मन में भी आ रहे होंगे. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर स्कैम में जब्त की गई लग्जरी गाड़ियों का क्या किया जाता है. यहां इसके बारे में डिटेल में समझें.
स्कैम वाली गाड़ियां
स्कैम करने वाले के पास जो भी लग्जरी गाड़ियां होती हैं या बंग्ला होता है उसे जब्त कर लिया जाता है. लेकिन समस्या ये होती है कि उनके स्कैम को साबित करने में कई साल लग जाते हैं. इतने साल की गाड़ियां इतने समय में कबाड़ हो सकती है. ऐसे में पुलिस इन गाड़ियों के साथ इंस्टेंट कोई फैसला भी नहीं ले पाती है.
अब पहले आपके सवाल का जवाब देदें तो ये इन गाड़ियों को बेच कर इनसे मिली कीमत को किसी वृद्धा आश्रम या अनाथालय में नहीं दिया जाता है.
आखिर क्या होता हैं इन गाड़ियों का?
ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें कई स्कैमर्स पकड़े गए हैं जिनके पास लग्जरी कार और घर थे. इन पर लगे इलजाम फिलहाल सालों से साबित नहीं हुए है. ऐसे में कोर्ट ने फैसला दिया कि इन लग्जरी गाड़ियों को बेचा जाए और इनकी बैंक में इनकी एफडी करा दी जाए. अब इस पैसे पर ब्याज भी लगता रहेगा, अब अगर स्कैमर का स्कैम प्रूफ हो जाएगा तो उस पैसे को वो इस्तेमाल करेंगे. अगर स्कैम प्रूफ नहीं होता है तो उन्हें वो पैसे वापिस कर दिया जाएगा.
स्कैमर की बेची हुई गाड़ियों का पैसा
स्कैमर की बेची हुई गाड़ियों के पैसों को एफडी कराने का फैसला इसलिए भी लिया जाता है ताकि कारों के कबाड़ होने से पहले उनकी वैल्यू का फायदा मिल सके और घर के खंडर होने से पहले उसकी रकम हासिल की जा सके. स्कैम प्रूफ होने पर नुकसान नहीं होता है. वैसे ये जानकारी एक मामले को देखते हुए शोयर की गई है कोर्ट अलग-अलग मामलों में अलग फैसला ले सकती है.