हरमनप्रीत को क्यों कहा जाता है सरपंच? जानिए इस नाम की दिलचस्प कहानी
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. टीम इंडिया ने करो या मरो के मुकाबले में स्पेन पर 2-1 से जीत दर्ज की. इस खिताबी जीत के सबसे बड़े हीरो कप्तान हरमनप्रीत सिंह रहे जिन्होंने स्पेन के खिलाफ दोनों गोल दागे. वैसे हरमनप्रीत को इस टूर्नामेंट के दौरान एक खास नाम से भी पुकारा गया और वो है सरपंच. कमेंटेटर से लेकर पीएम मोदी तक सभी ने हरमनप्रीत कौर को सरपंच नाम से ही पुकारा. आइए आपको बताते हैं आखिर क्यों भारतीय कप्तान को सरपंच कहा जाता है.
हरमनप्रीत को सरपंच क्यों कहा जाता है?
हरमनप्रीत सिंह को सरपंच नाम क्यों दिया गया इसके पीछे की कहानी हम आपको बताएंगे और लोगों के मनों में यह सवाल है कि शायद हरमनप्रीत के पिता जी उनके गांव के सरपंच होंगे लेकिन हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे. दरअसल हरमनप्रीत सिंह के गांव टिमोवाल की सरपंच कुलविंदर कौर हैं. कुलविंदर कौर पिछले 5 सालों में गांव की सरपंच है हरमनप्रीत सिंह के पिता कभी भी गांव के सरपंच नहीं रहे हैं जब TV9 भारतवर्ष ने कुलविंदर कौर से बात की तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा कि उनके गांव के लड़के ने देश का नाम रौशन किया है जब TV9 ने उनसे पूछा कि गांव के सरपंच आप हैं लेकिन हरमनप्रीत को सरपंच पुकारा जा रहा है तो उन्होंने कहा की हमारे लिए गर्व की बात है कि उनको देश आज सरपंच के नाम से जान रहा है.
नाम कोई भी हो लेकिन उन्होंने गांव समेत पंजाब और देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है हमें इस बात की बहुत खुशी है. मेडल आने के बाद हरमनप्रीत के पिता सर्वजीत सिंह से भी हमने बातचीत की उनका कहना था कि हमें बहुत खुशी है की हरमनप्रीत टूर्नामेंट में टॉप स्कोरर बने हैं और भारत को मेडल दिलाया है उन्होंने कहा हमें और भी ज्यादा खुशी होती अगर भारतीय टीम गोल्ड मेडल जीत जाती लेकिन वाहेगुरु ने कृपा की है और हमारे बच्चे एक मेडल लेकर वापस आएंगे.
पीएम मोदी ने कहा था सरपंच साहब
भारतीय हॉकी टीम के मेडल जीतने के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम के सभी खिलाड़ियों से फोन पर बातचीत की थी शुरुआत में पीएम ने फरमानपेट सिंह को सरपंच साहब बोलकर संबोधित किया था इस पर हालांकि हरमनप्रीत सिंह काफी शर्माते भी नजर आए थे पीएम मोदी ने भारतीय खिलाड़ियों को पेरिस में मेडल जीतने पर शुभकामनाएं दी और टीम की हौसला अफजाई भी की थी.