हरियाणा की 23 सीटों पर सस्पेंस, मेवात में बीजेपी ने नहीं खोले पत्ते, क्या इस बार भी खेलेगी मुस्लिम दांव?
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आखिरकार काफी मंथन के बाद बीजेपी ने बुधवार को 67 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी. राज्य की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 67 पर टिकटों का ऐलान करने के बाद भी 23 विधानसभा सीटों पर सस्पेंस बना हुआ है. बीजेपी ने जिन सीटों पर टिकट अभी भी कन्फर्म नहीं किए हैं, उसमें मुस्लिम बहुल मेवात इलाके की भी सीटें शामिल हैं. बीजेपी ने पिछली बार के चुनाव में दो मुस्लिम कैंडिडेट मेवात में उतारे थे. क्या इस बार भी किसी मुस्लिम पर दांव खेलेगी या फिर हिंदू कैंडिडेट को उतारने का दांव चलेगी?
बीजेपी ने सत्ता विरोधी लहर को मात देने के लिए 40 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार बदल दिए हैं. बीजेपी ने तीन मंत्रियों समेत 9 विधायकों के टिकट काटे हैं, लेकिन दो पूर्व सांसदों, एक राज्यसभा सांसद, 9 मौजूदा मंत्री, 4 पूर्व मत्रियों और 27 नए चेहरों को मौका दिया है. जेजेपी से बीजेपी में आए तीन विधायक और दो नेताओं को भी टिकट दिया है. इसके साथ बीजेपी ने राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिवार को टिकट देकर बड़ा दांव चला है, लेकिन दो बार से चुनाव हार रहे नेताओं को इस बार मौका नहीं दिया है.
बीजेपी ने 23 सीट पर टिकट होल्ड
हरियाणा की जिन 67 सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, उस पर जातीय समीकरण का खास ख्याल रखा है. हालांकि बीजेपी अभी भी 23 सीटों पर टिकटों के नाम का ऐलान नहीं कर सकी. बीजेपी ने जिन 23 सीटों पर टिकट होल्ड किए हैं, उसमें नारायणगढ़, पुंडरी, राई, असंध, गन्नौर बरौदा, जुलाना, नरवाना, डबवाली, सिरसा, ऐलनाबाद, रोहतक, महेंद्रगढ़, नारनौल, बावल, पटौदी, नूंह, फिरोजपुर, झिरका, पुन्हाना, हथीन, होडल , फरीदाबाद एनआईटी और बड़खल सीट शामिल हैं.
मेवात इलाके की सीट पर सस्पेंस
बीजेपी ने पहली लिस्ट में मुस्लिम बहुल मेवात इलाके के नूंह जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर भी टिकट होल्ड कर लिए हैं. मेवात इलाके की 3 सीटें- नूंह, फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना सीट पर बीजेपी ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में मेवात क्षेत्र की तीनों सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले मेवात की तीन, पटौदी और बावल विधानसभा सीट पर अभी भी बीजेपी के प्रत्याशी घोषित होना बाकी है.
जुलाई 2023 में मेवात इलाके में हुई हिंसा के बाद नूंह जिले में बीजेपी को लेकर लोगों में खास नाराजगी मानी जा रही है. 2024 लोकसभा चुनाव में यहां की तीनों सीटों पर कांग्रेस ने बढ़त हासिल की थी. मुस्लिम बहुल होने के चलते मेवात की तीनों सीटों पर बीजेपी कभी भी जीत नहीं सकी है. कांग्रेस और इनेलो का यह मजबूत गढ़ रहा है. यहां की तीनों ही सीटों पर 70 से 80 फीसदी के बीच मुस्लिम मतदाता है. इसीलिए बीजेपी कशमकश में फंसी हुई है कि मुस्लिम चेहरे पर दांव खेले या फिर किसी गैर-मुस्लिम को उतारकर कमल खिलाए.
बीजेपी से टिकट के प्रमुख दावेदार
मेवात की तीनों विधानसभा सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों के टिकट के लिए भाग दौड़ तेज हो गई है. फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना और नूंह सीट पर बीजेपी से टिकट के लिए करीब 24 नेताओं ने आवेदन किए हैं. नूंह सीट से आठ नेता टिकट की लाइन में है लेकिन यहां पर टिकट की लाइन में पूर्व विधायक जाकिर हुसैन, सुरेंद्र उर्फ पिंटू और जाहिद हुसैन बाई सबसे प्रबल दावेदार हैं. इस तरह पुन्हाना सीट से याद राम गर्ग, एजाज गोपाल पटेल और सलीम सरपंच ने बीजेपी से टिकट के लिए आवेदन किया था. फिरोजपुर झिरका सीट पर बीजेपी से चुनाव लड़ने के लिए पूर्व विधायक नसीम अहमद और पूर्व मंत्री आजाद मोहम्मद ने आवेदन किया है.
बीजेपी ने मुस्लिम पर खेला था दांव
हरियाणा के मेवात इलाके की नूंह, पुन्हाना और फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में दो मुस्लिम कैंडिडेट उतारे थे. बीजेपी ने जाकिर हुसैन को नूंह सीट से चुनाव मैदान में उतारा था और फिरोजपुर झिरका से पूर्व विधायक नसीम अहमद को कैंडिडेट बनाया था. बीजेपी ने दोनों मुस्लिम दिग्गज नेताओं को टिकट दिया था लेकिन मुसलमानों का विश्वास जीत नहीं सकी. मेवात क्षेत्र की तीनों सीटें कांग्रेस जीतने में कामयाब रही थी. इसके बाद 2024 के लोकसभा में भी मेवात इलाके की सीटों पर बीजेपी को कांग्रेस की तुलना में कम वोट मिले थे. यही वजह है कि इस बार बीजेपी मेवात इलाके की सीटों के लिए कशमकश में फंसी हुई है.
बीजेपी क्या मुस्लिम को देगी टिकट
साल 2023 में नूंह इलाके में हुई हिंसा के बाद मेवात के सियासी समीकरण बदल गए हैं. मुस्लिम समुदाय बीजेपी से खास नाराज है लेकिन जाकिर हुसैन से लेकर नसीम अहमद जैसे मुस्लिम नेता टिकट मांग रहे हैं तो कई पार्टी के कई हिंदू नेता भी टिकट के रेस में है. जाकिर हुसैन मेवात के दिग्गज नेता है तीन बार विधायक रह चुके हैं. मौजूदा समय में हरियाणा वक्फ के प्रशासक के पद पर है. नूंह क्षेत्र में जाकिर हुसैन की अच्छी पकड़ है.
नूंह सीट से बीजेपी के टिकट के दावेदारों में सुरेंद्र सिंह पिंटू उजीना गांव के रहने वाले हैं. हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड के सदस्य रहे चुके हैं. लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हुए हैं. नूंह के आसपास के गांवों में गहरी पकड़ है और हिंदू वोटों में उनका प्रभाव है. इसके अलावा तीसरा बड़ा नाम जाहिद हुसैन का है, जो की पिछले काफी समय से बीजेपी से जुड़े हुए हैं. जाहिद हुसैन केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के करीबी नेताओं में एक है. वह स्वजन पंचायत समिति के चेयरमैन भी रहे हैं.
मेवात की सीटों पर मुस्लिम कैंडिडेट
फिरोजपुर झिरका विधानसभा सीट से 2019 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके पूर्व विधायक नसीम अहमद एक बार फिर से चुनाव लड़ने की तैयारी में है. इसके अलावा पूर्व मंत्री आजाद मोहम्मद भी बीजेपी से चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांग रहे. नसीम अहमद और आजाद मोहम्मद फिरोजपुर झिरका से दो-दो बार विधायक रह चुके हैं. नसीम अहमद ने पिछला चुनाव बीजेपी से लड़ा था लेकिन जीत नहीं सके. मेवात की तीसरी विधानसभा सीट पुन्हाना से याद राम गर्ग, एजाज अहमद , गोपाल पटेल और सलीम सरपंच बीजेपी से टिकट मांग रहे है. ऐसे में देखना है कि बीजेपी मेवात के इलाके की सीटों पर किसी मुस्लिम को कैंडिडेट बनाती है या फिर दूसरे पर दांव खेलती है.