हर दिन आपको नए तरीके से ठगने वाले ये साइबर ठग छूट कैसे जाते हैं?
देश में हर छोटे-बड़े अपराध की सजा तय है फिर चाहे बिना टिकट यात्रा करते पकड़े जाना हो या रेड लाइट जंप करना. ये नियम-कानून किसी भी व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए बेहद जरूरी होते हैं लेकिन क्या वजहें हैं कि आज साइबर अपराधी लाखों की ठगी के बाद भी खुले घूमते हैं? आखिर क्यों देशभर में 2800 से ज्यादा लोगों को ठगने और 248 FIR होने के बावजूद वसीम अकरम जैसे मुजरिम जिसे पुलिस 3 महीने की कड़ी मेहनत के बाद पकड़ पाती है, जमानत पर बाहर आ जाते हैं?