हेयर रिंस और हेयर सीरम में क्या है अंतर? इससे कैसे होता है बालों को फायदा

पहले के टाइम में बालों को स्वस्थ रखने के लिए लोग अमूमन सरसों या नारियल के तेल का इस्तेमाल करते थे साथ ही शैंपू की जगह रीठा का यूज होता था. फिलहाल अब मुलायम, सिल्की, मजबूत और हेल्दी बनाए रखने के लिए मार्केट में हेयर केयर प्रोडक्ट की कोई कमी नहीं है. शैंपू से लेकर कंडीशनर, ऑयल और हेयर सीरम तक अप्लाई किया जाता है. फिलहाल क्या आपको पता है कि हेयर रिंस क्या होता है, इसे बालों में अप्लाई करने का तरीका, फायदे और ये हेयर सीरम से कितना अलग है.
हेयर रिंस और हेयर सीरम दोनों ही लिक्विड फॉम में होते हैं और इन दोनों ही चीजों को शैंपू के बाद बालों में अप्लाई किया जाता है, लेकिन दोनों का बालों पर असर बिल्कुल अलग होता है. तो चलिए जान लेते हैं कि क्या होता है हेयर रिंस और हेयर सीरम में अंतर.
क्या होता है हेयर रिंस?
दरअसल हेयर रिंस का इस्तेमाल कंडीशनर की तरह किया जाता है, लेकिन ये इससे थोड़ा अलग होता है. कंडीशनर एक स्मूद पेस्ट की तरह होता है, जबकि हेयर रिंस लिक्विड फॉर्म में होता है और बालों में शैंपू करने के बाद इसे कम से कम 15 से 20 मिनट लगाकर रखने के बाद बालों को पानी से धो दिया जाता है. हेयर रिंस को कई नेचुरल चीजों जैसे एप्पल साइडर विनेगर, रोजमेरी, चावल के पानी आदि से घर पर भी तैयार किया जा सकता है.
हेयर रिंस के क्या हैं फायदे?
पॉल्यूशन, बालों पर हार्श प्रोडक्ट्स का यूज, धूप के संपर्क में रहना, आदि कई वजहों से बालों में रूखापन बढ़ जाता है. हेयर रिंस का इस्तेमाल करके बालों में नेचुरल चमक बढ़ जाती है औक बाल मुलायम, शाइनी और हेल्दी बनते हैं.
क्या होता है हेयर सीरम और कैसे करता है ये बालों को फायदा?
हेयर सीरम भी बालों पर शैंपू और कंडीशनर के बाद लगाया जाता है, लेकिन यह एक सिलिकॉन बेस्ड लिक्विड प्रोडक्ट है जो बालों की ऊपरी परत पर कोटिंग करता है, जिससे बाल चमकदार तो दिखाई देते ही हैं, साथ ही में इससे बाल हानिकारक तत्वों, पॉल्यूशन, सन हीट से बचे रहते हैं, जिससे हेयर डैमेज कम होता है और बाल रूखेपन से बचे रहते हैं. इसके अलावा हेयर सीरम लगाने से बाल आसानी से सुलझ जाते हैं, जिससे हेयर फॉल कम होता है.

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