10 लाख बैरल तेल लेकर जा रहे जहाज को हूती ने बारूद से उड़ाया, मंजर देख अमेरिका भी थर्राया

लाल सागर में तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है. यमन के विद्रोही गुट हूती ने एक बार फिर तनाव फैलाने का काम किया है. हूती के लड़ाकों ने 10 लाख बैरल तेल लेकर जा रहे जहाज को बारूद से उड़ा दिया. इस खौफनाक मंजर का हूती ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उनके लड़ाके तेल टैंकर सोनियन पर चढ़ते और उस जहाज पर विस्फोटक उड़ते दिखाई दे रहे हैं. हालांकि यह हमला इस महीने की शुरुआत में लाल सागर में हमला किया गया था. अमेरिका भी इस हमले को लेकर चिंतित है.
हूती की ओर से गुरुवार को यह फुटेज ऐसे समय जारी किया गया है जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह चिंता जताई जा रही है कि ग्रीक के झंडे वाले इस जहाज से बड़े स्तर पर तेल रिसाव हो सकता है. अमेरिका भी हमले को लेकर चिंतित है. पेंटागन के प्रवक्ता के अनुसार, लाल सागर में हूती विद्रोहियों की ओर से हमला किए गए जहाज से तेल लीक हो रहा है. साथ ही उसने दुनिया के सबसे व्यस्त जलमार्गों में से एक में “संभावित पर्यावरणीय आपदा” की चेतावनी दी है. तेल रिसाव की वजह से पर्यावरण पर खासा असर पड़ सकता है. इस क्षेत्र में परिवहन को भी खतरा हो सकता है. जहाज में करीब 10 लाख बैरल कच्चा तेल रखा हुआ था.
क्यों हमले कर रहा हूती
विद्रोही संगठन हूती के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि सोनियन एक ऐसी कंपनी का है, जिसने लाल सागर में इजरायल जाने वाले जहाजों के खिलाफ यमनी गुट की ओर से घोषित नाकाबंदी का “उल्लंघन” किया था.
खुद को यमन के सशस्त्र बलों के रूप में पेश करने वाले हूती उन जहाजों को लगातार निशाना बना रहे हैं, जिनके बारे में दावा किया जाता है कि वे इजरायल से जुड़े हुए हैं- उनका कहना है कि यह सब इजरायल सरकार पर गाजा में युद्ध को खत्म करने को लेकर दबाव डालने के लिए किया जा रहा है. इजराइल के हमले में अब तक 40,600 से अधिक फिलिस्तीनी लोग मारे जा चुके हैं.
अंमेरिका-UK के जहाजों पर भी हमले
यमन के विद्रोही गुट ने इजराइल ही नहीं संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम से जुड़े जहाजों पर भी तब हमला करना शुरू कर दिया, जब दोनों देशों ने इस क्षेत्र में शिपिंग लेन पर हूतियों के हमलों को खत्म करने के लिए जनवरी में अपना सैन्य अभियान शुरू किया था.
हूती की ओर से जारी किए गए वीडियो में जहाज के बाहरी हिस्से का ड्रोन फुटेज और कॉकपिट में एक वॉकथ्रू करते दिखाया गया है, जिसमें एक लड़ाकू स्वचालित हथियार पकड़े हुए है. वह टैंकर की सतह पर कई धमाके कर देता है. हालांकि फुटेज में जहाज के उस हिस्से के नुकसान को नहीं दिखाया गया है, जहां पर तेल रखा हुआ था.
टैंकर से तेल रिसाव नहींः EU
साथ ही यह भी साफ नहीं हो सका है कि वीडियो कब शूट किया गया था या क्या यह तेल रिसाव को रोकने की कोशिशों को प्रभावित करेगा. सनियन नाम के जहाज पर सबसे पहले 22 अगस्त को हमला किया गया था और उसी दिन इसके चालक दल को निकाल लिया गया था.
इससे पहले गुरुवार को, लाल सागर में यूरोपीय संघ के सैन्य मिशन ने बताया कि “जहाज के मुख्य डेक पर कई स्थानों पर आग लगने की कई घटनाएं पाई गई हैं.” लेकिन इसने यह भी कहा कि जहाज अभी भी वहीं पर लंगर डाले हुए है, जिससे यह पुष्टि होती है कि टैंकर से कोई तेल रिसाव नहीं हुआ है.
ऑपरेशन एस्पाइड्स नाम के मिशन ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “लाल सागर न केवल वैश्विक परिवहन के लिए प्रमुख समुद्री मार्गों में से एक है, बल्कि एक अद्वितीय समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र भी है, जो अब संभावित प्रदूषण की वजह से गंभीर खतरे में है.” उन्होंने कहा, “यूरोपीय संघ, कूटनीतिक प्रयासों और संबंधों के जरिए एमवी (merchant vessel) सोनियन को बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है.” इस हफ्ते की शुरुआत में, अमेरिका ने कहा था कि क्षेत्र में उसकी सेनाएं भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि टैंकर से तेल लीक हो रहा है.

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