1428 करोड़ की डिमांड, भारत में एशिया कप से पहले ACC ने कमाई के लिए चला बड़ा दांव
एशिया कप का अगला एडिशन 2025 में भारत की मेजबानी में होना है. इससे पहले एशियन क्रिकेट काउंसिल ने टूर्नामेंट के मीडिया राइट्स के लिए प्रपोजल रखा है. एसीसी ने इसके लिए 170 मिलियन डॉलर यानि करीब 1428.51 करोड़ रुपए बेस प्राइस रखा है. इसमें मेंस एशिया कप, विमेंस एशिया कप, मेंस अंडर-19 एशिया कप, मेंस इमरजिंग टीम एशिया कप, विमेंस अंडर-19 एशिया कप और विमेंस इमरजिंग टीम एशिया कप टूर्नामेंट के ग्लोबल टेलीविजन, डिजिटल और ऑडियो राइट्स शामिल होंगे. इसकी निलामी 1 नवंबर को रखी गई है, जिसमें शामिल होने के लिए ब्रॉडकास्टर्स को 30 अक्टूबर तक दुबई में अपनी टेक्निकल बिड जमा करनी होगी. अगर ब्रॉडकास्टर्स को इन सभी टूर्नामेंट्स के मीडिया राइट्स चाहिए तो उन्हें कम से कम 1428.51 करोड़ रुपए देना होगा. ऑक्शन में कीमत बढ़ भी सकती है. ब्रॉडकास्टर्स को लुभाने के लिए एसीसी ने भारत-पाकिस्तान के बीच कम से कम 2 मैच कराने की गारंटी दी है.
8 सालों के लिए मिलेंगे राइट्स
टूर्नामेंट का सबसे प्रीमियम इवेंट मेंस एशिया कप है. 2024 से 2031 के बीच इसके कुल 4 एडिशन खेले जाने हैं. एसीसी इन सभी 8 सालों के लिए मीडिया राइट्स का पैकेज ऑफर कर रही है. बता दें एशिया कप का अगला एडिशन 2025 में भारत की मेजबानी में टी20 फॉर्मेट में खेला जाना है. इसके बाद 2027 में बांग्लादेश इसकी मेजबानी करेगा जो वनडे फॉर्मेट में खेला जाएगा. वहीं 2029 में पाकिस्तान की मेजबानी में होने वाला एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला जाएगा, जबकि 2031 का एशिया कप श्रीलंका की मेजबानी में वनडे फॉर्मेट में होना है. निलामी तय हुई कीमत देने के बाद ब्रॉडकास्टर्स मीडिया राइट्स हासिल कर सकते हैं.
भारत-पाकिस्तान के कम से कम दो मुकाबले
एशिया कप के हर एडिशन में 13 मुकाबले खेले जाएंगे. इस दौरान ब्रॉडकास्टर्स की सबसे ज्यादा कमाई भारत-पाकिस्तान के हाईवोल्टेज मुकाबले से होती है. इसलिए एसीसी ने दोनों टीमों के बीच कम से कम 2 मैच कराने की गारंटी दी है. अगर दोनों टीमें फाइनल पहुंचती हैं तो तीसरी बार भी भिड़ने की संभावना रहेगी. मेंस एशिया का पिछला एडिशन हाईब्रिड मॉडल में खेला गया था, जिसकी मेजबानी श्रीलंका और पाकिस्तान ने की थी. इस दौरान दोनों देशों के बीच दो मुकाबले हुए थे और दोनों ही मैच भारत ने जीते थे. एसीसी के टेंडर के मुताबिक इस दौरान 3 विमेंस एशिया कप भी खेले जाएंगे.
ई-ऑक्शन में तय होगी कीमत
एसीसी ने जानकारी दी है कि ई-ऑक्शन के जरिए मीडिया राइट्स की कीमत और विजेता तय किए जाएंगे. लेकिन निलामी में शामिल होने के लिए 30 अक्टूबर तक दुबई में टेक्निकल बिड जमा करनी होगी. हालांकि, अभी देखना होगा कि इसके लिए कितने ब्रॉडकास्टर्स दिलचस्पी दिखाते हैं और निलामी में हिस्सा लेते हैं. इसके अलावा वायाकॉम18-जियो सिनेमा और डिज्नी हॉटस्टार पर सबकी नजरें बनी हुई हैं. क्योंकि दोनों के विलय की खबरें सामने आ रही हैं.