6 महीने के अंदर माता-पिता की मौत, अब अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक में गाड़ दिया लट्ठ, नीरज चोपड़ा-मनु भाकर भी पीछे छूटे

पेरिस ओलंपिक में भारत के 21 साल के पहलवान अमन सहरावत ने लट्ठ गाड़ दिया है. 57 किलो ग्राम वर्ग कुश्ती में अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. अमन ने पुअर्तो रिको के डैरियन क्रूज को 13-5 से हराकर ओलंपिक मेडल जीतने का सपना पूरा किया. हरियाणा के झज्जर में जन्मे अमन का ये पहला ही ओलंपिक था और अपने डेब्यू में ही उन्होंने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसका सपना हर एथलीट देखता है.
अमन के लिए ये मेडल जीतना कतई आसान नहीं था. इस खिलाड़ी ने पहले दो मैचों में एकतरफा जीत हासिल की लेकिन फिर सेमीफाइनल बाउट में जापान के पहलवान ने उन्हें चारों खाने चित कर दिया. ऐसा लगा कि ये खिलाड़ी अब वापसी नहीं कर पाएगा लेकिन अमन ने ब्रॉन्ज मेडल में कोई गलती नहीं की और उन्होंने देश को छठा मेडल जिता दिया. यही नहीं इस खिलाड़ी ने अपनी इस जीत से मनु भाकर और नीरज चोपड़ा जैसे चैंपियन खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ दिया.
अमन सहरावत का बड़ा कमाल
पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता, मनु भाकर को दो ब्रॉन्ज मेडल मिले लेकिन अमन सहरावत ने इन दो दिग्गजों को भी पछाड़ दिया है. दरअसल अमन सहरावत महज 21 साल, 24 दिन की उम्र में ओलंपिक मेडल जीते हैं. वो सबसे कम उम्र में इंडिविजुअल ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारतीय बन गए हैं. ये रिकॉर्ड पीवी सिंधु के ही नाम था, जो 21 साल, 44 दिन की उम्र में ही ओलंपिक मेडल जीती हैं.
अमन की कहानी है दर्दनाक
अमन की ओलंपिक मेडल जीतने की ये कहानी बेहद दर्दनाक है. दर्द भी ऐसा कि अगर किसी आम इंसान को इसका एहसास हो जाए तो यकीन मानिए वो अंदर तक टूट जाएगा. अमन ने बेहद ही छोटी उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया था. अमन की मां की दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई थी और महज 6 महीने के अंदर उनके पिता का भी निधन हो गया था. अमन को उनके दादा ने मंगेराम सहरावत ने पाला है. आर्थिक तंगी के बीच ये खिलाड़ी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम पहुंचा जहां उन्होंने दिग्गज रेसलर्स के साथ ट्रेनिंग की. अमन के आइडल दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट ओलंपिक सुशील कुमार हैं लेकिन उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले रवि दहिया को काफी करीब से देखा और उनसे ही कई दांव-पेंच भी सीखे. बड़ी बात ये है कि इस खिलाड़ी ने रवि दहिया को हराकर ही पेरिस ओलंपिक में क्वालिफाई किया था और अब अमन मेडल भी जीत गए हैं.
अमन सहरावत को है जीत की लत
अमन सहरावत को जीत की आदत सी है. इनका छोटा सा करियर कमाल का रहा है. महज 21 साल का ये पहलवान ओलंपिक मेडल जीतने से पहले अबतक कई बड़ी प्रतियोगिताओं में गोल्ड जीत चुका है.पिछले साल एशियन चैंपियनशिप में अमन गोल्ड जीते थे. इसी साल जाग्रेब में भी उन्होंने गोल्ड अपने नाम किया था. बुडापेस्ट में वो सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहे. अमन इस साल अपनी इसी फॉर्म को अमन ने पेरिस में भी जारी रखा.
वैसे ये खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में अपना प्रदर्शन और बेहतर कर सकता था, ये बात ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद खुद अमन ने कही. उन्होंने कहा कि सेमीफाइनल मैच में उनसे छोटी सी तकनीकी चूक हुई, लेकिन यहां बड़ी बात ये है कि ये खिलाड़ी अपनी गलती से तुरंत सीखा और ब्रॉन्ज मेडल मैच में एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की. उम्मीद है कि अमन अपने प्रदर्शन को ऐसे ही जारी रखें और 2028 में होने वाले लॉस एंजेलिस ओलंपिक में उनके मेडल का रंग सोने से कम ना हो.

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