देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे का 80 प्रतिशत काम हुआ पूरा, जानिये कब से फर्राटा भरेंगी गाड़ियां

ढाई घंटे में देहरादून से दिल्ली पहुंचने का सपना जल्द ही पूरा होने जा रहा है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के जल्द पूरा होने की संभावना है। देहरादून की ओर से एक्सप्रेसवे का काम काफी तेजी से किया गया है।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की परियोजना है और यह मार्ग दिल्ली को सहारनपुर के रास्ते देहरादून से जोड़ता है। एक्सप्रेसवे पूरा होने से दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा का समय 5 घंटे से कम होकर लगभग ढाई घंटे होने की उम्मीद है। इससे यात्रा का समय भी कम हो जाएगा और जाम का झाम भी नहीं होगा।

कम हो जाएगी दूरी

दिल्ली-देहरादून इकोनामिक कॉरिडोर का निर्माण कार्य जल्द समाप्त करने के लिए काम जोर-शोर से चल रहा है। 6 लेन का यह कॉरिडोर दिल्ली और देहरादून की दूरी को 39 किलोमीटर कम कर देगा। यह दूरी वर्तमान में 249 किलोमीटर है। कॉरिडोर बनने से यह दूरी घटकर 210 किलोमीटर हो जाएगी।

इन शहरों होकर निकल रहा है एक्सप्रेसवे

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होता है। शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला बागपत, खेकड़ा शामली, सहारनपुर होते हुए देहरादून तक पहुंचेगा। एक्सप्रेसवे का काम तीन चरणों में किया गया है।

पहला सेक्शन अक्षरधाम और कुंडली पलवल एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा। जिस पर मार्च 2024 तक यातायात के खुलने के लिए खुलने की उम्मीद है। इसमें लगभग 18 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड है।

शास्त्री नगर से लोनी तक एलिवेटेड रोड

एलिवेटेड रोड दिल्ली के शास्त्री नगर से शुरू होकर लोनी तक जाता है। अक्षरधाम से ईपीई क्रासिंग तक यह एक्सप्रेसवे पूरी दिल्ली की घनी आबादी से गुजर रहा है। दूसरा एलिवेटेड क्षेत्र मंडोला गांव से शुरू होता है और ईस्टर्न पेरिफल एक्सप्रेसवे तक जाता है। यह दोनों ही क्षेत्र अब लगभग बनकर तैयार है।

मार्च में शुरू हो सकता है सफर

एलिवेटेड क्षेत्र के अलावा जमीन पर जिस हिस्से में रोड को बनाना है, वह भी पहले सेक्शन में लगभग तैयार हो चुका है, जिसके चलते माना जा रहा है कि मार्च 2024 तक पहले सेक्शन पर यात्रा शुरू हो जाएगी और देहरादून से दिल्ली की दूरी 6 घंटे से घटकर लगभग ढाई घंटे तक रह जाएगी, जबकि हरिद्वार से दिल्ली का सफर करने में 2 घंटे लगेंगे।

ऋषिकेश से दिल्ली पहुंचने में लगभग 3 घंटे लगने की संभावना है। इस कॉरिडोर की विशेषता यह है कि इस एक्सप्रेसवे पर एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर बन रहा है, जिससे जंगली जानवरों और इंसानों का आमना-सामना नहीं होगा। जहां कॉरिडोर के ऊपर से दौड़ेंगे तो वहीं हाथी सहित अन्य वन्य जीव कॉरिडोर के नीचे से आसानी से जा सकेंगे।

इकोनामिक कॉरिडोर साबित होगा- नितिन गडकरी

अभी हाल ही में केंद्रीय परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी उत्तराखंड आए थे। गडकरी ने देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे को उत्तराखंड के विकास की महत्वपूर्ण योजना बताई। उन्होंने कहा कि यह इकोनामिक कॉरिडोर साबित होगा और जल्दी लोगों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

इस दौरान नितिन गडकरी ने हरिद्वार से 4750 करोड़ की लागत से 27 परियोजनाओं का भूमि पूजन और दो परियोजनाओं का लोकार्पण किया। वहीं, वित्त मंत्री की मांग पर उन्होंने श्यामपुर फाटक पर जल्द ही ओवर ब्रिज बनाने की घोषणा भी की।

इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से यह भी कहा था कि आप पैसा न लगाइए, बल्कि पुणे और चेन्नई की तर्ज पर उत्तराखंड में भी नीचे से ऊपर तक फोरलेन ब्रिज और सड़क बनाएंगे। उत्तराखंड में 16000 करोड़ रुपए के काम हो रहे हैं। पांच-सात करोड़ और मांग लो वह भी दे दूंगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से जल्दी प्रपोजल भी मांगा है।

80 प्रतिशत एक्सप्रेसवे का काम पूरा

दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर परियोजना के अंतिम छोर यानी कि देहरादून में 12 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड का काम 80% से अधिक पूरा हो चुका है। इस भाग पर 9 किलोमीटर की लंबाई में एलिवेटेड रोड तैयार है। शेष भाग मार्च 2024 तक पूरा हो जाएगा।

11 चरण में काम चल रहा है

परियोजना निदेशक कार्यालय के अनुसार एलिवेटेड रोड का काम अंतिम चरण में है। देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे का निर्माण 213 किलोमीटर पर कुल 11 चरण में चल रहा है। यह कार्य प्राधिकरण के अलग-अलग परियोजना कार्यालय के पास है। अलग-अलग पैकेज के मुताबिक मार्च 2024 से नवंबर 2024 तक के बीच परियोजना का काम पूरा होगा।

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