सुमित अंतिल की कामयाबी की कहानी इस दोस्त के बिना अधूरी है, लाखों की नौकरी छोड़ के बना मसाज करने वाला

जीवन में अच्छे दोस्त का होना जरूरी है. और, वो अच्छा दोस्त अगर सुमित अंतिल के बचपन के यार मोहित जैसा हुआ तो फिर कहने की क्या? सुमित अंतिल को आज आप जिस मुकाम पर खड़े देख रहे हैं, वहां तक पहुंचने की कहानी उस दोस्त के बगैर अधूरी है. ऐसा हम नहीं बल्कि खुद सुमित अंतिल भी मानते हैं. सुमित ने ये बात कुछ साल पहले इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी को पॉडकास्ट में कही थी. उन्होंने अपने दोस्त मोहित का जिक्र करते हुए कहा था कि उसने उनकी सफलता गढ़ने के लिए लाखों की नौकरी छोड़ दी.
सुमित अंतिल के यार के लिए नौकरी से भी प्यारी यारी
समित अंतिल और मोहित बचपन के दोस्त हैं. दोनों ने एक साथ स्कूलिंग भी की. दोनों एक साथ एक ही क्लास में पढ़ते थे. ये दोस्ती कितनी पक्की और सच्ची है अब जरा वो समझिए. मोहित मर्चेंट नेवी की नौकरी करने लगे थे, जिसमें कमाई लाखों की होती है. लेकिन, जैसे ही उन्होंने अपने दोस्त के एक्सीडेंट के बारे में पता चला उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी. वो नौकरी छोड़कर सुमित अंतिल के पास चले आए और बोले की तूझे जो करना है वो कर, मैं तुम्हारे साथ हूं.
सुमित का मसाज तक करते हैं मोहित, इतना रखते ख्याल
मोहित बीते कई सालों से सुमित अंतिल का हौसला बढ़ा रहे हैं. वो अपने दोस्त के लिए हिम्मत की ढाल बनकर खड़े हैं. सुमित के मुताबिक, जब वो थके होते हैं तो मोहित उनके लिए फिजियो का भी काम करते हैं. वो उन्हें मसाज देते हैं. उनके हाथ पैर दबाते हैं और ऐसा करने में उसमें कोई शर्म या झिझक नहीं है.
सुमित कहते हैं कि जब भी वो मोहित की तरफ देखते हैं, वो खुश होते हैं, ये सोचकर कि उनके पास एक ऐसा दोस्त है, जो हर पल साथ खड़ा है. जिसने मेरा करियर बनाने के लिए अपने करियर का त्याग कर दिया.
दोस्त की कुर्बानी बेकार नहीं जाने देंगे सुमित
अब ये मेरी जिम्मेदारी है कि वो एक अच्छी जिंदगी जिए, क्योंकि उसने मेरे लिए अपने सपनों को दांव पर लगा दिया. सुमित के मुताबिक ये उनसे ज्यादा उनके दोस्त मोहित का सपना था कि वो पैरालंपिक और वर्ल्ड चैंपियन बनें. वो मेरी लाइफ में स्थिरता लाया है, अब मैं उसकी जिंदगी सेटल करूंगा.
सच्चा दोस्त हो तो जिंदगी लगती है आसान
सुमित अंतिल ने पहली बार अपने दोस्त मोहित के बारे IOC पॉडकास्ट में तब बताया जब वो टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीत चुके थे. अब उन्होंने पेरिस में उसी कामयाबी को और एक नए पैरालंपिक रिकॉर्ड को दोहराया है. सच ही है एक अच्छा दोस्त साथ हो तो जिंदगी कितनी आसान हो जाती है, ये दिख रहा है.

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