टीम इंडिया के लिए स्पिन बनी जी का जंजाल, रोहित-विराट और शुभमन गिल के ये आंकड़े डरा देंगे

चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम ने अपनी प्रैक्टिस शुरू कर दी. एक महीने के ब्रेक के बाद लौटे भारतीय खिलाड़ियों की ये प्रैक्टिस बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए है, जो 19 सितंबर से शुरू होगी. सीरीज का पहला ही मैच चेन्नई में होना है और क्योंकि सामने बांग्लादेश की टीम है तो सबकी जुबान पर एक ही सवाल है- स्पिन फ्रेंडली पिच पर बांग्लादेशी स्पिनर्स टीम इंडिया को कितना परेशान करेंगे? ये सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली-शुभमन गिल के आंकड़े स्पिनर्स के खिलाफ बहुत अच्छे नहीं हैं.
भारत और बांग्लादेश की टेस्ट सीरीज में दो मैच खेले जाने हैं, जो चेन्नई और कानपुर में होंगे. दोनों ही मैदान स्पिनरों के मददगार रहते हैं और बांग्लादेश के पास शाकिब अल हसन, मेहदी हसन मिराज और ताइजुल इस्लाम जैसे दमदार स्पिनर्स हैं, जो भारतीय बल्लेबाजों को पहले भी परेशान करते रहे हैं. ऐसे में चेन्नई में शुरू हुए इस ट्रेनिंग कैंप का असली फोकस भी स्पिनर्स के खिलाफ बल्लेबाजी है.
ऑफ स्पिनर्स ने रोहित-विराट को किया परेशान
इस फोकस की वजह पिछले कुछ सालों में भारतीय बल्लेबाजों का स्पिन के खिलाफ बिगड़ता प्रदर्शन रहा है और इसे आंकड़ों के साथ आपको समझाते हैं, जो अच्छी तस्वीर पेश नहीं करते. अगर ऑफ स्पिन की बात करें तो कोहली ने इन तीन साल में ऑफ स्पिनर्स की 765 गेंदों का सामना करते हुए 380 रन बनाए हैं लेकिन सबसे ज्यादा 11 बार आउट हुए हैं. वहीं कप्तान रोहित शर्मा ने सिर्फ 420 गेंदों में 208 रन बनाए लेकिन 7 बार अपने विकेट भी गंवाए. इन दोनों के अलावा रवींद्र जडेजा भी ऐसे स्पिनर्स से जूझते दिखे हैं और 641 गेंदों में 229 रन बनाकर 11 बार आउट हुए हैं.
गिल को बाएं हाथ के स्पिनर देते हैं गच्चा
अब अगर लेफ्ट आर्म स्पिनर्स की बात करें तो यहां भी रोहित और विराट के नाम शामिल हैं लेकिन गिल को सबसे ज्यादा दिक्कत हुई है. दाएं हाथ के बल्लेबाज गिल ने बाएं हाथ के स्पिनर्स की 481 गेंदों में 202 रन बनाए हैं लेकिन सबसे ज्यादा 10 बार विकेट गंवाया है. बांग्लादेश के पास शाकिब और ताइजुल के रूप में दो ऐसे दमदार स्पिनर हैं. वहीं कोहली ने 686 गेंदों में 9 बार अपना विकेट खोया जबकि 272 रन बनाए. एक बार फिर रोहित के बल्ले से रन ज्यादा और तेजी से निकले लेकिन विकेट भी उतने ही ज्यादा गंवाए हैं. भारतीय कप्तान ने 473 गेंदों में 277 रन बनाए और 8 बार बाएं हाथ के स्पिनर्स का शिकार बने.
बांग्लादेश ने पाकिस्तान को हाल ही में स्पिन और पेस में फंसाकर ऐतिहासिक सीरीज जीती है और ऐसे में वो ज्यादा हौसले और आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरेगी. साथ ही उसे भी भारतीय टीम की इस कमजोरी के बारे में पता होगा, तो वो भी इसका फायदा उठाने की कोशिश करेगी. जाहिर तौर पर टीम इंडिया का कोचिंग स्टाफ और एनालिस्ट भी इन आंकड़ों से वाकिफ होगा और सीरीज शुरू होने से पहले इस कमजोरी को दूर करना चाहेगा.

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