चीन जिस अरब देश से खरीदता है सबसे ज्यादा तेल, वहां क्यों पहुंचे भारत के 60 स्पेशल सैनिक?
भारतीय सेना का एक दस्ता ओमान पहुंचा है. यहां वे दोनों देशों के बीच होने वाली संयुक्त सैन्य अभ्यास अल-नजाह के पांचवें संस्करण में हिस्सा लेंगे. भारत-ओमान के बीच यह सैन्य अभ्यान 13 दिनों तक चलेगा, जो शुक्रवार (13 सितंबर) से शुरू होकर 26 सितंबर को खत्म होगा.
यह संयुक्त सैन्य अभ्यास ओमान के सलालाह स्थित रबकूत ट्रेनिंग स्थल पर किया जा रहा है. भारत और ओमान साल 2015 से संयुक्त सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेते रहे हैं, पिछली बार यह सैन्य अभ्यास राजस्थान के महाजन में किया गया था. भारतीय सैनिकों के दस्ते में 60 स्पेशल सैनिक शामिल हैं जो मैकेनाइज्ड इन्फैन्ट्री रेजिमेंट की बटालियन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. ओमान की रॉयल आर्मी दस्ते में भी 60 सैनिक शामिल हैं जो फ्रंटियर फोर्स के जवान हैं.
रक्षा सहयोग को मिलगी मजबूती
इस ज्वाइंट मिलिट्री एक्सरसाइज का मकसद आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए दोनों देशों की सैन्य क्षमता को बढ़ाना है. इस सैन्य अभ्यास का फोकस रेगिस्तानी वातावरण में ऑपरेशन पर होगा.
संयुक्त अभ्यास के दौरान सर्च अभियान, घेरना, मोबाइल वाहन चेक पोस्ट बनाना और काउंटर ड्रोन समेत कई तरह के रिहर्सल किए जाएंगे. यह संयुक्त अभ्यास ओमान और भारत के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करेगा और दोनों मित्र देशों के द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाएगा.
ओमान की रॉयल आर्मी में 35 हजार सैनिक
ओमान अरब वर्ल्ड का सबसे पुराना आजाद देश है. इसकी सीमाएं UAE और सऊदी अरब से मिलती हैं. ओमान की आबादी करीब 45 लाख है. ओमान की रॉयल आर्मी में महज़ 35 हजार सैनिक हैं. इसकी कुल सैन्य क्षमता महज़ डेढ़ लाख के करीब है, जिसमें से एक लाख रिजर्स सैनिक हैं.
आज से करीब 6 दशक पहले 1964 में यहां तेल भंडार की खोज हुई. इसके करीब 3 साल बाद 1967 से इसने कच्चे तेल का उत्पादन शुरू कर दिया. 1965 में इसे धोफर विद्रोहियों के साथ संघर्ष करना पड़ा, इसके बाद ब्रिटेन, जॉर्डन, यूएई और पाकिस्तान की मदद से ओमान ने धोफर विद्रोहियों को हरा दिया.
चीन ओमान का सबसे बड़ा तेल खरीददार
जुलाई 2024 तक ओमान का क्रूड ऑयल उत्पादन 994800 बैरल पहुंच गया है. जबकि चीन लगातार इसका सबसे बड़ा तेल खरीददार बना हुआ है, चीन ने ओमान से 171.078 मिलियन बैरल तेल खरीदा है जो कि पिछले साल की तुलना में 4.8 फीसदी ज्यादा है. चीन के बाद जापान ओमान का दूसरा सबसे बड़ा तेल खरीददार है.
इससे पहले साल 2022 में चीन और ओमान के बीच करीब 40 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ. चीन ने 2022 में ओमान से 39.381 मिलियन टन क्रूड ऑयल खरीदा था. चीन कई वर्षों से ओमान का सबसे बड़ा तेल खरीददार और व्यापारिक साझेदार बना हुआ है.