हिन्दू परिवार में पैदा हुआ लड़का दिलीप कुमार से AR रहमान कैसे बन गया, क्यों बदला था धर्म और नाम?
बात साल 2008 की है. मैं उस समय कुछ 9-10 साल का रहा हूंगा. एक फिल्म रिलीज होती है ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’, जिसमें मुंबई के झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले एक लड़के की ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में जाने की कहानी दिखाई जाती है. थिएटर के बाद जब ये फिल्म टीवी पर रिलीज हुई तो मैंने उसे देख डाली. ये पिक्चर मुझे पसंद आई. लेकिन इसका एक गाना सीधा मेरे दिल को छू गया. गाने के बोल हैं, ‘आजा आजा जींद शामियाने के तले..आजा जरी वाले आसमान के तले…जय हो.’
ये गाना मुझे इस कदर भा गया कि मेरी बढ़ती उम्र के साथ इस गाने के प्रति मेरा क्रेज भी बढ़ता गया. जब मैं थोड़ा बड़ा हुआ, मालूमात हासिल की तो पता चला बॉलीवुड के एक सिंगर हैं, जिनका नाम A R रहमान है, उन्होंने इस गाने को आवाज दी है. फिर क्या था, ‘जय हो’ गाने की वजह से मैंने A R रहमान को जाना और फिर उनका दीवाना हो गया. फिर उसके बाद उनके बाकी गाने भी सुनने लगा. जब मैं थोड़ा और बड़ा हुआ और उनके बारे में थोड़ा पढ़ने लगा तो पता चला कि जिस सिंगर को मैं A R रहमान समझ रहा हूं, वो तो दिलीप कुमार हैं. दरअसल, उनका जन्म एक हिन्दू परिवार में हुआ था और पैदाइश के समय उनका नाम दिलीप कुमार रखा गया था. उनके पिता का नाम R K शेखर था. हालांकि तकरीबन 23 साल की उम्र में उन्होंने अपना धर्म बदला और मजहब-ए-इस्लाम कुबूल कर लिया और अपना नाम बदलकर A R Rahman कर लिया.
क्यों बदला था धर्म और नाम?
जब इस बारे में जानकारी हासिल की कि आखिर उन्होंने धर्म क्यों बदला था. तो उनके दिए एक इंटरव्यू से मेरे इस सवाल का भी जवाब मिल गया. 6 जनवरी को उनका 57वां बर्थडे है. इस मौके पर चलिए जानते हैं उनके धर्म और नाम बदलने की कहानी. दरअसल, उन्होंने एक चैट शो में इस बारे में बताया था. उन्होंने कहा था कि उनके पिता को कैंसर था. एक सूफी थे जो उनके पिता का इलाज किया करते थे. जब 7-8 साल के बाद रहमान की मुलाकात फिर से सूफी से हुए तो उनकी बातों से वो काफी ज्यादा प्रभावित हो गए. वहीं उसके बाद उन्होंने इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया.
नाम बदलने की पीछे की कहानी
एआर रहमान के नाम बदलने के पीछे भी एक कहानी है. दरअसल, जब वो इस्लाम धर्म में आए भी नहीं थे तभी उन्हें एक इस्लामिक नाम रखने की सलाह मिल गई थी. दरअसल, उन्हें अपना नाम दिलीप कुमार बिल्कुल भी पसंद नहीं था. उनकी बहन की शादी होने वाली थी तो वो बहन की कुंडली लेकर एक हिंदू ज्योतिषि के पास गए थे और उनसे ही उन्होंने अपने नाम बदलने को लेकर बातचीत की थी.
ज्योतिषि की तरफ से उन्हें इस्लामिक नाम रखने को कहा गया. उन्हें दो नाम मिले. पहला अब्दुल रहमान और दूसरा अब्दुल रहीम. उन्हें रहमान नाम भा गया और फिर उन्होंने इसी नाम को अपना लिया. वहीं जब इस बारे में उन्होंने अपनी को मां को बताया तो उनकी मां ने उन्हें रहमान के आगे अल्लाह रखा लगाने की सलाह दी. बस फिर क्या था दिलीप कुमार से शुरू हुई कहानी रहमान तक पहुंची और फिर रहमान, अल्लाह रखा रहमान बन गए, जिन्हें आज पूरी दुनिया A R रहमान के नाम से जानती है.