फिर से 1000 के नोट ने किया कम बैक…! जानिए क्या कहा आरबीआई के गवर्नर ने इसके लिए
2000 के नोट को सरकार अब मार्केट से वापस ले रही है। आखिरकार, उन्होंने कहा है, “नये 9 दिन और पुराने 100 दिन”. यह एक प्रसिद्ध कहावत है जो बड़ों द्वारा अक्सर प्रयोग की जाती है और यह बिल्कुल सही है। आरबीआई ने नवंबर 2016 में 500 और 1000 के नोटों को बंद करने का ऐलान किया और वे वास्तव में बंद हो गए। इसके बाद, 2000 के नोटों को पूरी तरह से जारी कर दिया गया। हालांकि, अब एक समस्या उत्पन्न हो गई है।
आरबीआई ने 30 सितंबर तक सभी 2000 के नोटों को बैंक में जमा करवाने के लिए नोटिस जारी किया है। वे 2000 के नोटों पर भी प्रतिबंध लगा दिया हैं। सभी लोगों को सितंबर महीने तक अपने 2000 के नोटों को बैंक में जमा करवाने होंगे। यह प्रक्रिया पहले से ही शुरू कर दी गई है और 2000 के नोटों का मार्केट में व्यापार बंद कर दिया गया है। अब हम देखेंगे कि क्या 1000 के नोटों को भी फिर से वापसी की जाएगी, इसके बारे में आरबीआई क्या कहता है…
आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा
आरबीआई गवर्नर ने घोषणा की है कि 2000 के नोट को पूरी तरह से मार्केट में बंद करने की तैयारी हो गई है। सभी बैंकों ने इस गाइडलाइन को जारी कर दिया है ताकि लोगों तक यह जानकारी पहुंच सके। सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस सूचना को प्रसारित किया जा रहा है।
वर्तमान में, आरबीआई के गवर्नर ने स्पष्ट किया है कि वह 1000 रुपये के नोट को मार्केट में वापस लाने के लिए कोई योजना नहीं बना रहे हैं। उनसे पूछा गया कि क्या इसकी संभावना है, तो शशिकांत दास ने बताया कि ऐसे कोई प्रस्ताव अभी तक सामने नहीं आया है।
आरबीआई के गवर्नर ने पत्रकारों से बात करते हुए यह स्पष्ट किया है कि 2000 रुपये के नोट को बदलने के लिए किसी भी व्यक्ति को जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने दर्शाया कि आप आसानी से एक लंबे समय अवधि के दौरान अपने पैसे बदलवा सकते हैं और बैंकों में भीड़ न बनाएं। यह नोटों को बदलने का समय सितंबर महीने तक दिया गया है।
ऐसे में आपको 30 सितंबर तक, अर्थात् 4 महीनों तक, अपने ₹2000 के नोटों को बदलवा सकते हैं। हालांकि, इकोनॉमिक पर रुपये 2000 के नोटों को बंद करने से अभी तक ज्यादा प्रभाव नहीं दिखा रहा है। रुपये 2000 का नोट की सर्कुलेशन वर्तमान में कुल मुद्रा के केवल 10 प्रतिशत है।