देख लो दुनिया वालों भारत की ताकत, IMF ने फिर जताया भरोसा
पहले कोरोना फिर मंदी की आहट ने दुनिया के कई दिग्गज देशों को हिलाकर रख दिया. ऐसे में भारत एक ऐसा देश था जिसने पहले कोरोना से सफल जंग लड़ी. फिर मंदी को मात देते हुए पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा रहा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ ने भारत पर एक बार फिर भरोसा जताया है.
आईएमएफ के मुताबिक डिजिटलीकरण और बुनियादी ढांचे जैसे प्रमुख क्षेत्रों में आर्थिक सुधारों के दम पर मजबूत वृद्धि दर से आगे बढ़ते हुए भारत एक मिसाल पेश कर रहा है और वैश्विक वृद्धि में उसका योगदान 16 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान है। आईएमएफ की एक अधिकारी ने यह बात कही.
ग्लोबल ग्रोथ में भारत की हिस्सेदारी
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुताबिक पिछले कुछ समय से हम देख रहे हैं कि भारत बहुत मजबूत दर से वृद्धि कर रहा है. भारत की तुलना में दूसरे देशों को देखें और वास्तविक वृद्धि की बात की जाए तो भारत एक एक मिसाल पेश कर रहा है. यह सबसे तेजी से बढ़ते बड़े उभरते बाजारों में से एक है. आईएमएफ अनुमानों के अनुसार, इस वर्ष वैश्विक वृद्धि में भारत का योगदान 16 प्रतिशत से अधिक रहेगा.
सबसे तेज ग्रोथ वाली इकोनॉमी
आईएमएफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत दक्षिण एशियाई देश विवेकपूर्ण व्यापक आर्थिक नीतियों के आधार पर इस साल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है. एक और जहां दूसरे देशों की इकोनॉमी को प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें खंडित दुनिया में वैश्विक वृद्धि में मंदी भी शामिल है.
कोरोना के बाद तेजी से उभरा भारत
आईएमएफ के मुताबिक बुनियादी ढांचे में निवेश करने और वृद्धि के लिए ठोस आधार के वास्ते आवश्यक हर तरह की सुविधाएं विकसित करने के उद्देश्य पर सरकार की ओर से काफी जोर दिया जा रहा है. भारत की जनसंख्या काफी अधिक है और उसमें युवा खासी संख्या में हैं, इसलिए यदि संरचनात्मक सुधारों के माध्यम से इस क्षमता का इस्तेमाल किया जाता है तो इसमें, मजबूत दर से बढ़ने की क्षमता है.भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक वृद्धि का एक महत्वपूर्ण चालक बनने के लिए वैश्विक महामारी के बाद मजबूती से उभरी है.